पटना से दिल्ली तक बैठकों का दौर तेज़ • सुरक्षा व्यवस्था SPG के हाथों में • NDA में सीट और जातीय समीकरण पर बनी व्यापक सहमति
बिहार में NDA की भारी जीत के बाद नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ हो चुकी है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ लेंगे। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई NDA-शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रह सकते हैं। शपथ ग्रहण को लेकर गांधी मैदान में सुरक्षा का जिम्मा SPG ने संभाल लिया है। मंगलवार शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं तैयारियों का जायज़ा लेने पहुंचे। उनके साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, मंत्री नितिन नवीन और बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े भी मौजूद रहे।
मंत्रिमंडल गठन पर बनी सहमति, दिल्ली में हुई महत्वपूर्ण बैठकें
सूत्रों के अनुसार, JDU नेताओं की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में बातचीत हो चुकी है। गठबंधन में मंत्रियों की संख्या, विभागों और संतुलन पर लगभग सहमति बन गई है। इस बार मंत्रिमंडल पूरी तरह NDA का होगा, यानी जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पूरे गठबंधन को ध्यान में रखकर तय किया जाएगा, न कि केवल किसी एक दल के हिसाब से।
कौन कितने मंत्री? BJP को सबसे ज़्यादा स्थान, नए सहयोगियों को भी मिलेगा हिस्सा
पिछली बार की तरह इस बार भी कुल 36 मंत्रियों के गठन का ढांचा अपनाए जाने की संभावना है। हालाँकि कुछ पद भविष्य के विस्तार के लिए ख़ाली भी छोड़े जा सकते हैं। BJP को सबसे अधिक मंत्रालय मिलने की संभावना, जेडीयू से कई पुराने चेहरे दोबारा शामिल किए जा सकते हैं, चिराग पासवान की पार्टी को दो मंत्रालय, उपेंद्र कुशवाहा के दल को एक मंत्रालय, चिराग पासवान की पार्टी से राजू तिवारी, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा का नाम संभावित मंत्रियों में शामिल है।
स्पीकर और डिप्टी सीएम पर भी गहमागहमी, महिला डिप्टी सीएम की भी चर्चा
चर्चा है कि बीजेपी नेता प्रेम कुमार को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वहीं, जातीय समीकरण को साधने के लिए दो डिप्टी सीएम बनाए जाने पर भी लगभग सहमति है। इनमें एक पद महिला को दिए जाने की भी संभावना जताई जा रही है।
जातीय समीकरण का बड़ा गणित – आंकड़ों के आधार पर होगा प्रतिनिधित्व
NDA के नए समीकरण में विधायकों की सामाजिक संरचना काफी विविध है: 15 यादव, 23 कुर्मी, 19 कुशवाहा, 23 वैश्य, 31 राजपूत, 22 भूमिहार, 15 ब्राह्मण, 2 कायस्थ, 10 अन्य अतिपिछड़ा, 34 अनुसूचित जाति, 1 आदिवासी, 1 मुसलमान
मंत्रिमंडल में इन समुदायों के अनुसार संतुलन बनाया जाएगा। शाहाबाद, मगध, मिथिलांचल और सारण क्षेत्रों में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए इन इलाकों से अधिक प्रतिनिधित्व की तैयारी है।
कौन-कौन हो सकते हैं रिपीट मंत्री?
BJP से: नितिन नवीन, संजय सरावगी, जिबेश मिश्रा, नीतीश मिश्रा, डॉ. सुनील कुमार, विजय कुमार मंडल। JDU से: श्रवण कुमार, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव। इसके अलावा पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह को भी नई टीम में जगह मिलने की चर्चा है।








