हजारीबाग। भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में एसीबी को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एंटी करप्शन ब्यूरो) हजारीबाग की टीम ने शुक्रवार को हजारीबाग जिले के दारू अंचल कार्यालय के अनुबंधित राजस्व कर्मचारी ज्ञानी राम को 3000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है तथा आगे की कानूनी प्रक्रिया एसीबी द्वारा पूरी की जा रही है। एसीबी जारीबाग की यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। जानकारी के अनुसार आरोपी ज्ञानी राम द्वारा रिश्वत की यह मांग हिरामन प्रजापति नामक व्यक्ति से की गई थी। हिरामन प्रजापति 47 वर्ष, ग्राम मेढ़कुरी कला, थाना दारू, जिला हजारीबाग निवासी हैं। उन्होंने एसीबी कार्यालय हजारीबाग में एक लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया था कि उन्होंने और उनके भाइयों ने अपने-अपने पत्नियों के नाम से कुल 16 डिसमिल जमीन खरीदी है, जिसकी दाखिल-खारिज प्रक्रिया चल रही थी। इस प्रक्रिया के तहत हिरामन प्रजापति ने अपनी पत्नी दुर्गा देवी के नाम से नामांतरण आवेदन संख्या 251 आर 27/2025 ऑनलाइन समर्पित किया था। जब वह नामांतरण कार्य हेतु संबंधित राजस्व कर्मचारी ज्ञानी राम से मिले, तो कर्मचारी ने काम के एवज में 10000 रुपये रिश्वत की मांग की। साथ ही यह भी धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो आवेदन को अस्वीकृत कर दिया जाएगा। शिकायत की जांच एसीबी द्वारा विधिवत तरीके से कराई गई, जिसमें ज्ञानी राम द्वारा प्रथम किस्त के रूप में 3,000 रुपये रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। इसके बाद एसीबी हजारीबाग थाना कांड संख्या 12/2025, 9 अक्टूबर 2025 के तहत मामला दर्ज किया गया। एसीबी की ट्रैप टीम ने दंडाधिकारी एवं दो स्वतंत्र सरकारी गवाहों की उपस्थिति में शुक्रवार 10 अक्टूबर 2025 को सुनियोजित जाल बिछाया। इसमें आरोपी ज्ञानी राम को वादी हिरामन प्रजापति से रिश्वत की पहली किस्त 3,000 रुपये लेते समय रंगे हाथ पकड़ा गया।
रिश्वत लेते राजस्व कर्मचारी को एसीबी ने रंगे हाथ किया गिरफ्तार
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