सिमरिया (चतरा)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने के पर शताब्दी वर्ष मना रही है। इसी क्रम में सिमरिया के स्वयंसेवकों ने समरस समाज का दृश्य प्रस्तुत करते हुए श्री रामकृष्ण परमहंस केंद्रीय विद्यालय के मैदान में संघ के पूर्ण गणवेश में एकत्रीकरण के बाद जय घोष के साथ पथ संचलन का आयोजन किया। पथ संचलन रामकृष्ण परमहंस विद्यालय के मैदान से निकलकर सिमरिया चौक पहुंचा। उसके बाद टंडवा रोड होते हुए पुरे चौक का भ्रमण करते हुए सनातन परिसर में पहुंचे। जहां पर विजयादशमी उत्सव सह शस्त्र पूजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र सेवा प्रमुख त्रिवेणी साव ने कहां कि संघ का एकमात्र उद्देश्य भारत माता को परम वैभव के पद पर आसिन करना है और इस कार्य हेतु संघ के स्वयंसेवक दिन रात लगे हुवे हैं। विभाग गो सेवा प्रमुख सिद्देश्वर सिंह, खंड सह कार्य वाह सत्यम कुमार एवं कार्यक्रम के मुख्य शिक्षक संतोष जी ने संघ की स्थापना की आवश्यकता, उद्देश्य व 100 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने समाज व स्वयंसेवकों से अपने जीवन में पंच परिवर्तन अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के परम वैभव के लिए पंच परिवर्तन के अंतर्गत हम सब अपने दैनिक जीवन में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली एवं स्वदेशी को अपनाएं तथा नागरिक कर्तव्यों का पालन करें।