गिद्धौर(चतरा)। गिद्धौर प्रखंड मुख्यालय स्थित सार्वजनिक दुर्गा पूजा ठाकुरवाड़ी में 1965 में फोटो से से प्रारंभ हुई पूजा आज भव्य प्रतिमा बनाकर हो रही है। वहीं रात्रि में जागरण के लिए नाटक का कार्यक्रम वर्षों से करते आ रहे हैं। जिसका दृश्य भी सराहनीय योग्य है। जो इस बार भी नाटक मंचन की सुरवात षष्ठी की रात रविवार से प्रारंभ हुई। जिसका विधिवत उद्घाटन फीता काटकर तथा प्रार्थना के साथ किया गया। नाटक कार्यक्रम का पहला नाटक भास्कर स्वलंबन क्लब उपर टोला के कलाकारों द्वारा मां का आंचल नाटक प्रस्तुत कर किया गया। नाटक में एक विधवा महिला अपने बेटे को पाल पोश कर बड़ा करती है। विवाह होने के बाद बेटा एक साधु के चक्कर में मग्न हो अपनी मां को मारने का प्लान बनाता है, लेकिन मां को नहीं मार पाता है और बेटे को मां की ममता का अहसास हो जाता है। नाटक मंचन में मां की ममता का दृश्य देख दर्शकों की आँखें नम हो गई। वहीं क्षेत्र में नाटक की जमकर सराहना हो रही है। गांव के वृद्ध कांशी राम दांगी ने बताया कि ठाकुरवाड़ी में दुर्गा पूजा 1957 से दिपक जलाकर शुरुआत किया गया था। आज भव्य रूप से कार्यक्रम के साथ किया जाता है। प्रस्तुत नाटक का डायरेक्टर विक्की कुमार तथा संचालन शिक्षक अनिल कुमार ने किया। मौके पर वीडियो ग्राफर आनंद कुमार, क्लब अध्यक्ष मुकेश कुमार, संटू कुमार, विकास कुमार, मंटू कुमार, मुकेश दांगी, प्रभात कुमार, कलाकार आदित्य दांगी, कपिल कुमार, कपिल कुमार, शुभम कुमार, पप्पू कुमार, अनिल कुमार, रंजीत कुमार, कुंदन कुमार आदि शामिल थे।