चतरा/इटखोरी/पत्थलगड़ा। असत्य पर सत्य के विजय का प्रतीक दशहरा पर्व पर चतरा जिला मुख्यालय के अलावे इटखोरी, टंडवा, सिमरिया, पत्थलगड़ा, कुंदा, प्रतापपुर, मयूरहंड, गिद्धौर, कान्हाचट्टी आदि प्रखंड़ों में गुरुवार देर शाम रावण का पुतला दहन किया गया। रावन दहन कार्यक्रम देखने बारिश के बाबजूद भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। पूजा समितियों द्वारा इस अवसर पर 40 से 70 फिट के पुतले बनाये गये थे। पटाखों से लैस पुतलों में आग लगते ही आतिशबाजी से पूरा क्षेत्र गुंज उठा। इटखोरी के परोका में व पत्थलगडा प्रखंड मुख्यालय में तथा नावाडीह बाजार टांड में दुर्गा पूजा समिति द्वारा रावण के पुतले का निर्माण कराया गया था। इटखोरी प्रखंड के परोका में पूजा के आयोजन के साथ 1993 से लगातार दशमी के मौके पर असत्य पर सत्य के विजय के रुप में रावन के पुतले का दहन किया जा रहा है। प्रारंभ में रावन का पुतला 40 फिट के करीब हुआ करता था। जो धिरे-धिरे बढता गया।
इस वर्ष 51 फिट के पुतले का दहन समिति के अध्यक्ष गौतम कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष बसंत नारायण सिंह व अनिल राणा ने संयुक्त रूप से रॉकेट से रावण को जलाया। एक घंटे तक रावण धू-धू कर जलता रहा। रावण बनाने में लखन राणा, रामकृपाल राणा, दुखन राणा, टिंकू राणा ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्याम सुंदर राणा, सुनील राणा, रणधीर सिंह, राजाराम सिंह, गिरजेश प्रसाद की अहम भूमिका रही। दुसरी ओर पत्थलगड़ा प्रखंड मुख्यालय स्थित फुटबॉल मैदन व नावाडीह बजार टांड़ में रावन दहन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान दोनो स्थानों पर भव्य मेले का आयोजन हुआ। जिसमें हजारों की भीड़ उमड़ी। जबकी विधि व्यवस्था को लेकर सीओ सह प्रभारी बीडीओ उदल राम, थाना प्रभारी राकेश कुमार, एसआई प्रह्लाद पासवान आदि लगे रहे। इसके अलावे अन्य क्षेत्रों में भी मेला के साथ रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।