
न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड(चतरा)। चतरा संसदीय क्षेत्र में ज्यादातर निवास करने वाले लोगों के जीविकोपार्जन का मुख्य संसाधन खेती है। परंतु आजादी के बाद अभी तक किसानों की समस्याओं का समाधान करने में सरकार व संसदीय क्षेत्र के जनप्रतिनिधि नाकाम साबित हुए हैं। आज भी अधिकांश क्षेत्र में किसानों को वर्षा आधारित खेती पर निर्भर रहना पड़ता है। जिसके कारण किसानों की आमदनी दिन प्रतिदिन गिरती जा रहा है और किसान कर्ज में डूबते जा रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध नहीं होने के कारण युवाओं में बेरोजगारी का अंबार लगा हुआ है। बावजूद किसानों एवं युवाओं के दर्द को कोई भी निवारण करने वाला नहीं है। इसका मुख्य कारण आजादी के बाद से चतरा सेकिसी स्थानीय उम्मीदवार की जीत हासिल नहीं करन पाया भी था। परिणाम स्वरूप चतरा लोकसभा क्षेत्र में किसानों एवं युवाओं की हालत बद से बदतर होती चली गई। पर इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में चतरा संसदीय सीट से एनडीए से भाजपा के कालीचरण सिंह एवं इंडिया गठबंधन से कांग्रेस के केएन त्रिपाठी को स्थानीय उम्मीदवार बनाया है। पर अफसोस गठबंधन के प्रत्याशी क्षेत्र की समस्याओं को छोडकर देश हित में मतदान करने की मतदाताओं से अपील करते नजर आ रहे हैं। जबकी इस सीट पर 90 के दसक से सर्वाधीक सांसद एनडीए के ही रहे हैं।