झारखण्ड/गुमला- जारी प्रखंड अंतर्गत जरडा पंचायत के परसा ग्राम के ग्रामीणों ने नल जल योजना में संवेदक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने बताया जरडा पंचायत के परसा गांव में बनाया गया जलमिनार व नल जल योजना में घटिया निर्माण कार्य हुआ है। वही कुछ घरों तक नल के पाइप को पहुंचाया गया है वहीं कुछ घरों में अधूरा छोड़ दिया गया है। पाइप फटा हुआ है वहीं कई जगह पर पाइप सड़क के किनारे ऊपर ही छोड़ दिया गया है जिससे आने वाले दिनों में वाहन चढ़ने पर वह पाइप क्षतिग्रस्त हो सकता है। वही बताया कि जलमिनार को चालू कर दिया गया है। लेकिन ग्रामीणों के घर तक एक बूंद भी पानी अब तक नहीं पहुंचा है। वही बोरिंग की खुदाई भी बहुत कम की गई है और 30 घरों में पानी के लिए नल लगाने की योजना थी जो पूरा नहीं हुआ और उतने घरों में पानी उपलब्ध नहीं हो पाएगा। मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। लोगों ने बताया कि यह योजना पूरी तरह से फेल है और सरकारी राशि का बंदर बांट किया गया है जो पूरी तरह से भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा है। घटिया कार्य को लेकर वरीय पदाधिकारीयों को भी इस बात की जानकारी है लेकिन सभी चुप्पी साधे हुए हैं। कमीशन के इस खेल में विभागीय पदाधिकारी भी कुछ नही बोल रहे हैं। उनके द्वारा कभी भी क्षेत्र का दौरा कर कार्य का अवलोकन नही किया गया। वही ग्रामीणों ने बताया जारी के एक पंचायत में नहीं बल्कि पूरे जारी प्रखंड में नल जल योजना में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। इस संबंध में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड सचिव गुलाम ए मुस्तफा ने विभाग के इस कार्य पर असंतोष जाहिर किया। वही कहा ठेकेदारों के मिली भगत से घोटाला किया गया है। यह घोटाला जारी प्रखंड के सभी पंचायत में हुआ है। किसी पंचायत में सही तरीके से नल जल योजना का कार्य नहीं किया गया है। उन्होंने प्रशासन से योजना पूरे जारी प्रखंड में योजना की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। वही कहा मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीण लुंदरी देवी, शाहिदा खातून, रूकमनिया देवी, जगपति देवी, निखत बीवी, हसमत जहां, शबाना बीवी, बाल्कि देवी, शारदा कुमारी और अन्य ग्रामीण पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।