विधिक सेवा दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले पीएलबी एवं अधिवक्ता हुए सम्मानित
लोहरदगा। नालसा नई दिल्ली एवं झालसा रांची के निर्देशानुसार आज के दिन यानी 9 नवंबर को पूरे देश में विधिक सेवा दिवस के रूप में मनाया गया ।लोहरदगा जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा भी आज सिविल कोर्ट परिसर स्थित डालसा सभागार में विधिक सेवा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकार से जुड़े हुए पीएलबी, पैनल अधिवक्ता, एलएडीसीएस के अधिवक्ता, मध्यस्थ, स्थाई लोक अदालत के सदस्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे । आज का कार्यक्रम में पीएलवी जितेंद्र उरांव, शाहिद हुसैन, मंजू खाखा, पुन्नू देवी, नेमहंती मिंज, छाया देवी, रोहित तमेडा, हफीजुल अंसारी, अफान खान, जीत नारायण शाही, देवमणि कुमारी, सीमा कुमारी, इजहार अहमद एवं गौतम लेनिन ने अपने अनुभवों को साझा किया । मध्यस्थ नसीम अंसारी एवं युगल किशोर प्रसाद ने भी मध्यस्थ के रूप में अपने अनुभवों को रखा । स्थाई लोक अदालत के सदस्य स्मिता सिंह एवं अध्यक्ष शिवकुमार ने भी स्थाई लोक अदालत के कार्यों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला । एलएडीसीएस के अधिवक्ता नारायण साहू ने भी अभियुक्त के बचाव पक्ष के रूप में किये जा रहे कार्यों को अन्य सदस्यों के सामने रखा। उत्कृष्ट कार्य करने वाले शाहिद हुसैन को वर्ष 2023 का सर्वश्रेष्ठ पीएलवी घोषित किया गया । वहीं पैनल अधिवक्ता के रूप में लाल धर्मेंद्र देव एवं सीपी पाठक को वर्ष 2023 का उत्कृष्ट अधिवक्ता घोषित किया गया । उन्हें डालसा अध्यक्ष द्वारा प्रमाण पत्र तथा गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम के साथ ही साथ एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें डालसा द्वारा किए गए विभिन्न कार्यों को रेखांकित किया गया था । आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष प्रधान जिला में सत्र न्यायाधीश श्री राजेंद्र बहादुर पाल ने किया। उनके साथ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी डॉक्टर चंदन, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजेश कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी पूजा कुमारी लाल, स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष शिवकुमार भी उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन गौतम लेनिन के द्वारा किया गया। विधिक सेवा दिवस के अवसर पर उपस्थित न्यायाधीशों ने भी अपने-अपने विचार रखे। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने इस बात पर बल दिया कि मोटर दुर्घटना के मामलों में और भी जन जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। क्योंकि प्रत्येक साल दुर्घटना की दर एवं इससे होने वाले मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। इससे पूर्व कार्यक्रम एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रधान जिला में सत्र न्यायाधीश एवं अन्य न्यायाधीशों ने संयुक्त रूप से दीप प्रचलित कर किया । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।