झारखण्ड/गुमला – बिशुनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम महुआ टोली में दिनांक 27अक्टूबर को निवासी महिला बिहानी देवी की गला रेतकर हत्या कर देने की वारदात को लेकर महिला के पति जयमंगल उरांव ने बिशुनपुर थाना में लिखित आवेदन देकर पत्नी की हत्या में शामिल अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था एवं दिनांक 28 को बिशुनपुर थाना कांड संख्या 29/2023 को प्राथमिकी दर्ज करते हुए विभिन्न धाराओं 302/452/34 भा,द,वि, लगाते हुए बिशुनपुर थाना पुलिस ने महिला की निर्मम हत्याकांड को लेकर हत्यारों की तलाश जारी रखें हुए थे इस हत्याकांड को लेकर गुमला एसपी हरविंदर सिंह द्वारा गठित पुलिस टीम थाना प्रभारी कुंदन कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक आशीष कुमार भगत,प्रवीण महतो तथा बिशुनपुर थाना के सशस्त्र बलों द्वारा छापामारी अभियान शुरू किया गया था और इस मामले को लेकर तीन अपराध कर्मियों करम चंद उरांव उम्र 30वर्ष पिता स्वर्गीय नेमा उरांव ग्राम साकीन महुआ टोली वहीं जुगनू उरांव पिता जट्टा उरांव ग्राम लोंगा एवं अरविंद चीक बड़ाइक उम्र 19 वर्ष पिता रजावल चीक बड़ाइक ग्राम महुआ टोली तीनों बिशुनपुर थाना निवासियों को शिकंजे में लेकर गहन पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध पुलिस के समक्ष कबूल कर लिया वहीं पुलिस टीम ने महिला की हत्या में प्रयुक्त खून लगे टांगी जिससे महिला की हत्या की गई थी उनके निशानदेही पर बरामद किया गया है। बुधवार को गुमला एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने अपने कार्यालय कक्ष में तीनों गिरफ्तार आरोपियों को प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया के सामने पेश करते हुए कहा कि इन्होंने अपना इकबालिया बयान देते हुए कहा है कि अंधविश्वास में आकर महिला की हत्या करने का ताना-बाना बुना था और इन्हें शक था कि परिवार में लोगों का बिमारी होना और मृत्यु में महिला का हाथ है डायन बिसाही को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया गया था।