*गुमला जिले के सिसई प्रखंड में स्थित नवरत्नगढ़ में नए पुरातात्विक खुदाई का हुआ शुभारंभ

0
170

झारखण्ड /गुमला–भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रांची मंडल के अंतर्गत राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक “महल एवं मंदिर परिसर नवरत्नगढ़” में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, उप विकास आयुक्त हेमंत सती एवं सिसई प्रखंड के ब्लॉक प्रमुख एवं अंचल प्रमुख की उपस्थिति में नवरत्नगढ़ में पुरातात्विक खुदाई का शुभारंभ उपायुक्त के द्वारा किया गया।

मौके पर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों का धन्यवाद किया तथा इस नई शुरुआत के लिए अधिकारियों को शुभकामनाएं भी दी।उपायुक्त ने कहा कि इस नए पुरातात्विक के सफल खुदाई से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को एक नया आयाम मिल सकता है साथ ही गुमला जिला के इस स्मारक को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में भी शामिल करने की संभावना बन सकेगी। इससे न केवल गुमला बल्कि पूरे झारखंड का नाम देश भर में प्रचलित होगा तथा इससे जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा ।

इस दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रांची मंडल के सहायक पुरातत्विद डॉक्टर मोहम्मद अजहर साबिर ने नवरत्नगढ़ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किए जा रहे कार्यों के विषय में जानकारी दी,उन्होंने बताया कि झारखंड में नवरत्नगढ़ एक ऐसा राष्ट्रीय संरक्षित स्मारक है जो कई तरह के स्मारक अपने अंदर समेटे हुए है। इस स्मारक पर पुरातात्विक खुदाई और संरक्षण का काम करने की आवश्यकता है ताकि इसके अंदर से नागवंशी राजाओं के इतिहास को देश और दुनिया के सामने लाया जा सके।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के रांची मंडल के अधीक्षक पुराताविद् डॉक्टर राजेंद्र देहुरी ने जिला अधिकारियों का अभिनंदन करते हुए नवरत्नगढ़ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से किए जा रहे अलग-अलग कामों के विवरण के साथ भविष्य में होने वाले संरक्षण के कामों का भी एक खाका पेश किया।

मौके पर उक्त पदाधिकारियों के अलावा गांव के मुखिया, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रांची मंडल के अधिकारी एवं कर्मचारी, एवं स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहें तथा सभी ने मिलकर कर नवरत्नगढ को झारखंड का सब से अच्छा स्मारक बनाने का संकल्प लिया गया।