न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड(चतरा)। मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र के तेतरीया मोड से तिलरा नहर तक लगभग तीन किलो मीटर सडक वन विभाग द्वारा अडंगा लगाने से लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है। यह सडक प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों को जोडती है। लगभग सौ वर्ष पूर्व से क्षेत्र के ग्रामीण पहले कच्चे सडक से आवागमन करते आ रहे हैं। उक्त सडक में लगभग पैतालिस वर्ष पूर्व 1980 में हीं सरकारी योजना जिला परिषद द्वारा टेंडर आमंत्रीत कर हार्ड सर्फेस ग्रेड वन व टू कार्य करवाया जा चुका है। अब उक्त सडक को कालीकरण किया जाना है, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा वर्ष 2023 नवंबर में ऑनलाईन किया जा चुका है। इसके अलावा विधायक किशुन कुमार दास ने भी उक्त सडक तेतरीया मोड से मयूरहंड तक का शिलान्यास कर प्रखंड वासियों को समर्पित किया था। परंतु वन विभाग द्वारा उक्त सडक को अनापति प्रमाण पत्र की मांग कर कार्य रोकवा दिया गया। जबकि संबंधित विभाग द्वारा अनापति प्रमाण पत्र के लिए जरुरत अनुसार दस्तावेज वन विभाग को सौंपा गया है। बावजूद अभितक वन विभाग द्वारा अनापति प्रमाण पत्र निर्गत नही किया गाया।