विख्यात गजल गायक पंकज उधास की आवाज अब यादों में गूंजती रहेगी…

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न्यूज स्केल डेस्क
नई दिल्ली/रांची। सोमवार शाम को मनोरंजन जगत से बेहद दुखद खबर आई की विख्यात मशहूर गजल गायक पंकज उधास का निधन हो गया। उन्होंने 72 की उम्र में अंतिम सांस ली। पंकज की बेटी नायाब उधास ने उनके देहांत की की खबर सोशल मीडिया पर शेयर की।

पंकज उधास ने लंबी बीमारी के बाद कहा अलविदा

विख्यात गजल गायक की मौत की खबर उनके परिवार के साथ ही फैंस के लिए भी किसी सदमे से कम नहीं है। हर किसी ने सोशल मीडिया पर नम आंखों से दिवंगत को श्रद्धांजलि दी है। पंकज उधास के निधन का कारण उनका लंबे समय से बीमार होना बताया जा रहा है। निधन 26 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए विख्यात दिवंगत गायक को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि संगीत के क्षेत्र में उनकी कमी कभी पूरी नहीं की जाएगी।

पंकज उधास इन गजलों को दी आवाज

विख्यात गजल गायक पंकज उधास ने गजल गाकर खूब नाम और शोहरत कमाई। उनकी सबसे मशहूर गजलों में 1986 में रिलीज हुई फिल्म नाम में चिट्ठी आई है शामिल है। इसके अलावा उन्होंने चांदी जैसा रंग है तेरा, ना कजरे की धार, न मोतियों की हार, घूंघट को मत खोल, थोड़ी थोड़ी पिया करो, चुपके चुपके सखियों से वो बातें करना भूल गई, और आहिस्ता कीजिए बातें, निकलो न बेनकाब, दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है, एक तरफ उसका घर जैसी कुछ अन्य बेहतरीन गजलें गाकर नाम कमाया था। उक्त सभी गजलें उनकी यादगार गजलों में से एक हैं।

पंकज उधास इन अवॉर्ड्स से नवाजे गए

संगीत में अपना लोहा मनवाने वाले पंकज उधास को उनके योगदान के लिए कई अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था। इनमें सबसे अहम पद्मश्री 2006 में प्रदान किया गया था।

सेलिब्रिटीज ने जताया दुख

पंकज उधास के निधन से मनोरंजन जगत में शोक छा गया है। सोनू निगम, जैकी श्रॉफ, मनोज बाजपेयी सहित कई सितारों ने दुख जताया है।