लोहरदगा लोकसभा समन्वय समिति की बैठक बंद कमरे में होने से कांग्रेस के पुराने एवं निष्ठावान कार्यकर्ता सहित प्रेस कांफ्रेंस के लिए मीडियाकर्मी घंटो चहलक़दमी करते हुए हो रहे थे मायूस
बंद ज़ुबान से कहा लोहरदगा के धनी व्यसायी सह राज्य सभा सांसद धीरज साहू के यहां से अरबों कैश बरामदगी का है असर, कोई खुले में बैठक नहीं कर रहे
झारखण्ड /गुमला: बंद कमरे में लोहरदगा लोकसभा समन्वय समिति की बैठक होने से कांग्रेस के पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ता अपने आपको ठगा हुआ महसूस करते हुए कार्यक्रम स्थल महेश्वरी धर्मशाला के परिसर में चहलक़दमी करते हुए अंदर-ही-अंदर अपनी मायूसी और नाराजगी को जाहिर करते हुए नजर आ रहे थे वहीं मीडियाकर्मी भी घंटे भर से बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस का इंतजार कर जब लोहरदगा लोकसभा समन्वय समिति के आला पदाधिकारियों की बैठक जो बंद कमरे में चल रही थी वहां पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी तैनाती कर दी गई थी जो किसी को भी अंदर जाने से मनाही का फरमान जारी कर रहे थे यहां बताते चलें कि लोहरदगा लोकसभा सीट जो कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सीट 2024 के लिए बनाया गया था और दिग्गज नेताओं का लगातार गुमला-जिले और लोहरदगा जिले में निरंतर बैठकें हुई थी और इस बीच लोहरदगा के जाने-माने व्यवसायी सह राज्य सभा सांसद धीरज साहू के आवास और व्यसायी क्षेत्र उड़ीसा आदि से आयकर विभाग की छापामारी अभियान में करीब 500 सौ करोड़ से भी ज्यादा का कैश मिलने के बाद से यह मामला नेशनल लेवल पर आ गया है और देश के प्रधानमंत्री से लेकर भाजपा के शीर्ष नेता राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय द्वारा कांग्रेस राज्य सभा सांसद धीरज साहू को लेकर कांग्रेस को एवं झारखंड सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप मढ़ने में लगे हुए हैं और लाजिमी है कि अरबों रुपए की कैश बरामदगी कांग्रेस के सांसद के यहां से बरामदगी और अभी तक कैश की गिनती पुरी नहीं होने से देश की जनता भी हक्का बक्का रह गई है कि आखिर में इतना कैश एक ही व्यक्ति का है या फिर इसमें और भी सफेदपोश नेताओं एवं कॉरपोरेट जगत इससे जूडी हुई है। यहां बताते चलें कि 4.30 बजे से प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई थी लेकिन शाम वक्त तक अंदर में मीडियाकर्मी का फोन तक रिसीव नहीं किया जा रहा था और ना ही वहां तक पहुंचने पर चल रही बंद कमरे की बैठक में अंदर जाने की इजाजत थी।