चतरा। लावालौंग प्रखंड मुख्यालय से पांकी को जोड़ने वाली मुख्य सड़क इन दिनों बेहद जर्जर स्थिति में है। सड़क पर कीचड़ का आलम ऐसा है कि न तो ठिक से वाहन चल पा रहे हैं और न ही आमजन के पैदल चलने जैसी रह गई है। स्थानीय लोग इस सड़क की तुलना धान रोपनी वाले खेत से कर रहे हैं। रिमी मुखिया सुगी देवी, उनके प्रतिनिधि जगदीश यादव और विकास कुमार ने बताया कि इस मार्ग की मरम्मती में वन विभाग की ओर से अड़चन डाली जा रही है, जिसके कारण वर्षों से यह मार्ग उपेक्षित पड़ा है। सैकड़ों गांवों को जोड़ने वाली इस महत्वपूर्ण सड़क से रोजाना स्कूल के बच्चे, मरीज़ और व्यापारी आवागमन करते हैं। लेकिन वर्तमान स्थिति में लोगों को कीचड़ भरे रास्ते में फिसलकर गिरने की नौबत आ रही है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो जल्द ही वे इस सड़क पर धान की रोपाई कर देंगे। यह बयान उनकी नाराजगी और हताशा को साफ दर्शाता है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और संबंधित विभागों से मांग की है कि अविलंब इस सड़क की मरम्मत कराई जाए ताकि आने-जाने में सुविधा हो सके और बरसात के मौसम में ग्रामीणों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।