हंटरगंज (चतरा)। जिले के हंटरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय घंघरी के बरामदे के फर्श का बड़ी हिंसा जमीन में गुरुवार को अचानक धंस गया। गनीमत रही कि घटना के समय विद्यालय बंद था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। मामले की जानकारी विद्यालय खुलने पर विद्यार्थियों ने देखा की फर्श धंस चुकी है। इसके बाद प्रधानाध्यापक विशाल कुमार ने इसकी जानकारी फोन के माध्यम से मुखिया और विद्यालय अध्यक्ष को दिया। मामले की जानकारी मिलते ही मुखिया नरेश यादव व अध्यक्ष अजय यादव सहित अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचकर स्थिति से अवगत हुए। मुखिया ने कहा कि इस विद्यालय में एक से दसवीं कक्षा की पढ़ाई होती है औश्र इस घटना से बच्चे भी भयभीत हैं। कहीं उनके कमरे का फर्श भी धंस न जाये। आगे बताया कि 2011 में उच्च विद्यालय का दर्जा तो मिला, लेकिन दुर्भाग्य है कि आज तक यह विद्यालय मध्य विद्यालय के ही कमरे में संचालित है। उन्होंने शिक्षा विभाग से अभिलंब रिपेयर की मांग की है। इधर विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि मामले को लेकर विभाग को जानकारी दे दी गई है। जेई आकर जांच किए हैं वही सुरक्षा के दृष्टिकोण से धंसे फर्श के उपर चारों ओर ब्रेकेटिंग कर दी गई है। यह सवाल लोगों के जेहन में दौड़ रहा है की कमरे का भी फर्श ना धंस जाय। ज्ञात हो कि इसी प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय रक्सी में विद्यालय के छत का प्लास्टर गिरने से विद्यालय के प्रधानाध्यपक विराज बिरेंद्र टुटी बुरी तरह से घायल हो गए थे। अब सवाल यह है की आखिर कैसे शिक्षा की तस्वीर बदलेगी। जब इस तरह के स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे और हो न हो कभी कोई अनहोनी हुई तो उसका जिम्मेवार कौन होगा।