भांवरकोल, गाज़ीपुर। ब्रह्मर्षि वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता त्रिलोकी नाथ राय “महादेव” ने बताया कि भाँवरकोल थाना अंतर्गत शेरपुर निवासी धनंजय राय की पुत्री वैष्णवी राय को गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कालेज लखनऊ ने बायोलॉजिकल टेस्ट के नाम पर धांधली करते हुए कालेज में चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया है। जब कि बच्ची की वास्तविक आयु सरकारी और अस्पताल के दिये आंकड़ों और प्रमाण पत्रों के आधार पर नियमतः सही है। ये वाकिया किसी एक अभ्यर्थी का नही है ऐसे सैकड़ों बच्चों का जीवन दांव पर लगा है। एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राय ने पीड़ितों के न्याय हित में सहयोग का आश्वासन देते हुए इस मामले की सरकार से निष्पक्षता के साथ जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए पीड़ित अभ्यर्थी एवं अभिभावकों को राहत देने की मांग की है। इस संबंध में अभिभावको का कहना है कि यदि सुनवाई नही हुई तो कालेज प्रशासन के खिलाफ कोर्ट और खेल मंत्रालय तक जाएंगे। अभिभावक धनंजय राय ने बताया कि अपने चहेतों को एडमिशन देने के लिए योग्य अभ्यर्थियों को बायोलॉजिकल टेस्ट के नाम पर कालेज प्रशासन चिकित्साधिकारी की मिलीभगत से मनमाने तरीके से बेखौफ होकर चयन प्रक्रिया की है। जिससे सैकड़ों योग्य अभ्यर्थियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
कालेज प्रशासन सवालों के घेरे में
चयन प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप लगाते हुए शहीदी धरती शेरपुर के लाल धनंजय राय ने बातया कि उनकी 11 वर्षीय बेटी वैष्णवी राय ने वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में अंडर-12 कैटेगरी में वॉलीबॉल के लिए फॉर्म भरा था। बच्ची ने वाराणसी और लखनऊ में दोनों ट्रायल पास किए। किन्तु बायोलॉजिकल टेस्ट में उसे ओवरएज बताकर बाहर कर दिया गया। उनकी बेटी की उम्र 11 साल है। लेकिन उसे 14 साल बताया गया है। मेरे पास स्कूल, अस्पताल और यहां तक कि 2013 में किए गए फेसबुक पोस्ट का रिकॉर्ड है। 10 से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी उस पर बधाई दे चुके हैं। आखिर ऐसी साजिश क्यों हुई है? अपने चहेतों को सीटें देने के लिए यह सबकुछ हुआ है। इस मामले पर पूरा गाँव और क्षेत्र की जनता बच्ची के साथ हुए अन्याय पर हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार है। ग्रामीणों ने कालेज प्रशासन के इस अनैतिक और अविधिक रवैया पर रोष जताते हुए पीड़ित के पक्ष में संघर्ष करने की हुंकार भरते हुए कहा कि यदि चयन नही हुआ तो हम कोर्ट की शरण मे जाएंगे। और कालेज प्रशासन की इंट से इंट बजा देंगे।