
इटखोरी(चतरा)। शनिवार को जिला प्रशासन, जिला समाज कल्याण के तत्वाधान में विभागीय निर्देश के आलोक में बाल विवाह, महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के उद्देश्य से इटखोरी प्रखंड कार्यालय सभागार में’’सुरक्षित बचपन, खुशहाल जीवन’’ के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्य अतिथि सुरजमुनि कुमारी जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, धनंजय तिवारी अध्यक्ष बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी), सोमनाथ बंकिरा बीडीओ, अनिल डुंगडुंग डीपीएम जेएसएलपीएस, अंकित कुमार यूनिसेफ व विभिन्न धर्मों के धर्म गुरुओं ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष धनजी तिवारी व संचालन बीडीओ श्री बंकिरा ने किया। डीएसडब्ल्यूओ ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में जिला स्तर पर ’’सुरक्षित बचपन, खुशहाल जीवन’’ के तहत 31 अक्तूबर से 14 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी निमित उक्त कार्यक्रम इटखोरी में किया गया। आगे कहा की बाल विवाह बच्चों के लिए एक अभिशाप है। लोग बच्चों की पढ़ाई छुड़वाकर शादी करवा देते है जिससे बच्चों का भविष्य खराब होता है। बाल विवाह रोकने के लिए सरकार द्वारा सावित्री बाई फूले बालिका समृद्धि योजना, स्पॉन्सरशिप, छात्रवृति व मुख्यमंत्री कन्यादान योजना सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है। साथ ही इससे होने वाले दुष्प्रभाव की भी जानकारी दी। वही श्री तिवारी अध्यक्ष सीडब्ल्यूसी द्वारा बाल विवाह तथा उसे रोकने के लिए बने कानून, बच्चों के साथ होने वाले हिंसा व शोषण तथा पोक्सो कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। चर्चा के दौरान कहा गया कि बाल विवाह कानून अपराध तथा सामाजिक विकास में बाधक है। कानून के अनुसार बाल विवाह में शामिल दोषियों के लिए सजा एवं जुर्माना का प्रावधान है। बाल विवाह, महिला एवं बच्चों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सभी लोगो को आगे आकर अपनी अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। बाल विवाह एव बाल शोषण को रोकने के लिए 112 या 100 नंबर पर कॉल करे। यूनिसेफ के अंकित कुमार ने बाल विवाह एवं बाल शोषण को रोकने के लिए गांव स्तर से लेकर जिला स्तर तक बाल संरक्षण समिति के गठन और पदाधिकारियों की नियुक्ति आदि से संबंधित जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी। बीडीओ ने सभी से बाल विवाह से संबंधित जानकारी देते हुवे बाल विवाह की सूचना देने की बात कही। कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के धर्म गुरु, महिला पर्यवेक्षक, पंचायत सचिव, जेएसएलपीएस से जुड़े पदाधिकारी व कर्मी आदि ने भाग लिया।