
सीएम को ईडी समन मामले में स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान, कहा हिम्मत है तो करे पूर्व सरकार के कार्यकाल की जांच,भाजपा के चार पूर्व दागी मंत्रियों और भानु प्रताप को बचाने की रची जा रही साजिश
चतरा। सुप्रीम कोर्ट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका खारिज होने के बाद ईडी द्वारा सीएम को भेजे गए चौथे समन का मामला सियासी रूप धारण कर चुका है। ईडी की कार्रवाई और सीएम को समन मामले में प्रदेश की राजनीतिक पार्टियों और उसके नेताओं में बयानबाजी व आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। वही एक दिवसीय दौरे पर चतरा पहुंचे सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भाजपा और ईडी पर तीखा हमला बोला। कहा भाजपा के चार दागी पूर्व मंत्रियों को बचाने के नियत से बार-बार सीएम को समन भेजकर परेशान करने का प्रयास ईडी के द्वारा किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूर्व भाजपाई मंत्रियों के विरुद्ध चल रहे एसीबी जांच व भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही के विरुद्ध चल रही कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी को विधिसम्मत राय लेने का अधिकार है। कानूनी सलाह लेकर मुख्यमंत्री जल्द समन के मामले में उचित निर्णय लेंगे। एक दिवसीय जन संवाद कार्यक्रम में शिरकत करने चतरा पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व की भाजपा सरकार में हुए अवैध खनन व अन्य घोटालों की जांच करने की ईडी से मांग की। कहा कि सरकार के पीठ में छुरा घोंपकर भाजपा प्रदेश में स्थानीय नियोजन नीति लागू नहीं होने दे रही। जिससे यहां के बेरोजगार युवा नौकरी से वंचित हो रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हेमंत सरकार ने प्रदेश के 75 प्रतिशत युवाओं को स्थानीय स्तर पर नौकरी देने की योजना लाई है, लेकिन उसे लागू नहीं होने दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि ईडी को एसीबी से केश टेकओवर कर पूर्व सरकार के कार्यकाल की जांच करनी चाहिये। उनके मंत्रियों को बुलाकर पूछताछ करनी चाहिये। स्वास्थ्य मंत्री पार्टी की ओर से केशव पैलेस होटल में आयोजित निर्धारित किया गया था। जहां उन्हें फरियादियों की फरियाद सुननी थी। लेकिन मंत्री के कार्यक्रम में फरियादियों का टोटा लगा रहा। ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने मंत्री की इज्जत बचाने के लिए कार्यकर्ताओं को ही फरियादी बनाकर जन संवाद में बिठा दिया। हालांकि कार्यक्रम के दौरान मौके पर लगी कुर्सियां खाली रही।