
सावन पूर्णिमा पर सिंदुवारी गुरुमठ में अखंड हरिकीरतन व भण्ड़ारे का हुआ आयोजन
मयूरहंड(चतरा)ः गुरुवार मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र के सिंदुवारी गुरुमठ में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सावन पूर्णिमा के पावन अवसर पर अखंड हरिकीरतन व भंड़ारे का आयोजन किया गया। अखंड हरिकीरतन में दिग्ही, मखरौल, सिंदुवारी के ग्रामीणों के अलावा अमझर, पचघारा, धनगावां, पंदनी समेत दर्जनों लोगों ने भाग लिया। कीरतन सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम सात बजे हवन पूजन के साथ भंडारे का प्रसाद वितरण कर संपन्न हुआ।
ज्ञात हो कि सिंदुवारी गुरुद्वारा चय व चंपा परगणा का गुरुमठ है। इस गुरुमठ में लगभग एक दर्जन मठाधिशों की समाधि स्थल है, जो लगभग सात सौ वर्षों का पुराना धरोहर प्रतित होता है। गुरुमठ का अपना लगभग चौबीस एकड़ खेती योग्य जमीन भी उपलब्ध है। इस पवित्र स्थल पर शिवलिंग के साथ राम, जानकी, लक्ष्मण व वीर हनुमान की ठाकुरबाडी स्थपित है। गुरुपूर्णिमा व सावन पूर्णिमा के पावन अवसर पर चय व चंपा प्रगणा के शिष्य विशेष कर काफी संख्या में उपस्थित होतें हैं।