न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड(चतरा): जिले के मयूरहंड प्रखंड अंतर्गत मंझगावां पंचायत के तिलरा गांव में लघु सिचाई विभाग द्वारा लगभग पच्चीस लाख की लागत से तालाब गहरीकरण कार्य करवाया गया है। पर गहरीकरण कार्य से किसानों को लाभ मिलने वाला नहीं है। विभागीय लापरवाही के कारण तालाब से पानी निकासी को लेकर कोई समुचित सुविधा व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे तिलरा के किसान तालाब में पानी तो देख सकते हैं पर सिचाई के लिएउपयोग में नहीं ला सकते। किसानों को बगैर मोटर पाईप लगाए बीना तालाब से पानी निकाल सिचाई के लिए उपयोग नहीं कर सकते। इसके अलावा संवेदक द्वारा गहरीकरण कार्य व गार्डवाल निर्माण कार्य में घोर अनियमितता बरती गई है। जिसका विरोध पूर्व में ग्रामीणो के शिकायत पर मुखिया मंजित सिंह द्वारा की गई थी। बावजूद जिम्मेदार पदाधिकारी द्वारा इस पर कोई संज्ञान तक नहीं लिया गया। हालांकि ग्रामीणो ने इसकी शिकायत उपायुक्त अब्बू इमरान से भी की है और किसानों के हित में ध्यानाकर्षण करवाया है। ताकि लाखों रुपये की लागत से की गई तालाब गहरीकरण का लाभ किसानों को मिल सके। अब देखना दिलचस्प होगा की किसानों के हितार्थ उपायुक्त द्वारा कोई ठोस कदम उठाया जाता है कि भ्रष्टाचार के गंगोत्री में किसानों की मांग बह जाती है।