मिली कई खामियां, आवंटन मिले बीना जूलाई महिना का पोषाहार रजिस्टर में कर दिया गया वितरण
न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड(चतरा): जिले के मयूरहंड प्रखंड अंतर्गत सिंदुवारी आंगनबाडी केंद्र में घोर अनियमितता हुई उजागर। शुक्रवार को जिले से आई बाल विकास परियोजना स्वास्थ्य सलाहकार की टीम द्वारा केंद की जांच की गई। पूर्व से चयनित कुपोषित बच्चों के उम्र, वजन व लंम्बाई मापने को लेकर पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. दिपक कुमार एवं डाइटिश्यन प्रियंका नायक सिंदुवारी आंगनबाडी केंद्र पहुंचे और केंद्र में बच्चों को मिलने वाला पोषाहार व किचन का जायजा लिया। इस दौरान पोषाहार बनने वाले बर्तन को गंदगी भरा पाया गया। जिस पर सेविका व सहायिका को फटकार लगाते हुए सुधार का निर्देश दिया गया। इतना ही नहीं पोषाहार वितरण रजिस्टर जांच करने पर विभाग द्वारा बगैर पोषाहार उपलब्ध कराए हीं जुलाई माह का पोषाहार वितरण सेविका द्वारा कर दी गई है। जबकि जून माह में 64 लाभर्थियों के बीच पोषाहार वितरण करना था, जिसमें मात्र 12 लाभर्थियों के बीच वितरण रजिस्टर में दर्ज पाया गया। पुछे जाने पर सेविका द्वारा गलती से रजिस्टर में दर्ज होने की बात कही। साथ ही बच्चे जिस कमरे में पढाई करते हैं उस कमरे में कई दिनों से किया गया शौच सुखा पड़ा हुआ था। इसपर सेविका द्वारा बताया गया कि आंगनबाडी केंद्र का अपना भवन नहीं रहने के कारण परियोजना भवन में पढाई करवा रहे हैं। जहां केंद्र बंद होने के बाद गंदगी फैला दी जाती है। बहरहाल जो हो पर बाल विकास परियोजना द्वारा चलाई जा रही कुपोषण से बचाव अभियान को ठेंगा दिखा रही सिंदुवारी आंगनबाडी केंद्र की सेविका व सहायिका। बच्चों के भविष्य से किया जा रहा खिलवाड़।