चतराः हथियारों के जखीरे के साथ दस लाख के इनामी माओवादी जोनल कमांडर अमरजीत समेत पांच नक्सलियों को रांची आईजी कार्यालय में सरेंडर कराने में एसपी राकेश रंजन के नेतृत्व में एसडीपीओ अविनाश कुमार व एसआई सह राजपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस के पहल व पूर्व में जिले में नक्सलियों के विरुद्ध चलाए गए अभियान का ही परिणाम है पांचों का सरेंडर करना। पूर्व में ही एसपी की स्पष्ट चेतावनी थी की नक्सली या तो हथियार के साथ आत्मसमर्पण करने अथवा पुलिस की गोली खाने को तैयार रहे। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने भी पुलिस के समक्ष कहा कि झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर यह कदम उठाया है। सभी सरेंडर केरने वाले नक्सलियों का प्रभाव चतरा जिले के अलावे पड़ोरी राज्य व जिलों में था। साथ ही सरेंडर करने वाले पांच में तीन चतरा व दो पड़ोसी गया जिले के रहने वाले हैं। 10 लाख के इनामी, भाकपा माओवदी का जोनल कमांडर अमरजीत यादव उर्फ टिंगू (बिहार जिला गया, थाना बाराचट्टी), 05 लाख का इनामी सब जोनल कमांडर सहदेव यादव उर्फ लटन (जिले चतरा, थाना राजपुर), सब जोनल कमांडर नीरू यादव उर्फ सलीम (बिहार जिला गया, थाना बाराचट्टी), सब जोनल कमांडर संतोष भुईयां उर्फ सुकन (जिला चतरा, थाना प्रतापपुर) व दस्ता सदस्य अशोक बैगा उर्फ अशोक परहिया (जिला चतरा, थाना कुंदा) ने सरेंडर किया है।