वन विभाग की लापरवाही से गई हिरण की जान, विभाग रहा अनजान

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प्रतापपुर(चतरा)। वन्य जीव संरक्षण को लेकर सरकार और वन विभाग द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन प्रतापपुर वन क्षेत्र में इस दिशा में गंभीर लापरवाही सामने आ रही है। यहां भीषण गर्मी के कारण पानी की तलाश में भटकते जानवर या तो गड्ढों में गिरकर अपनी जान गंवा रहे हैं या शिकारियों का शिकार बन रहे हैं। इन सबके बावजूद वनकर्मी अपने कर्तव्यों से आंखें मूंदे बैठे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतापपुर वन क्षेत्र के गोमे गांव के जंगल में एक बड़ा हिरण मृत अवस्था में पाया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, हिरण किसी गहरे नाले या गड्ढे में गिर गया और मरने के बाद सड़ गया। शव मिलने तक हिरण पूरी तरह सड़ चुका था और सिर्फ अवशेष ही बचे हैं। संभावना जताई जा रही है कि हिरण पानी की तलाश में भटकते हुए इस गड्ढे में गिरा होगा। दूसरी ओर यह आशंका भी है कि यह किसी शिकारी की गोली का शिकार हुआ होगा और घायल अवस्था में भागते हुए गड्ढे में गिरा होगा। चौंकाने वाली बात यह है कि करीब एक महीने तक इस मृत हिरण की कोई सुध नहीं ली गई। ना कोई वनकर्मी मौके पर पहुंचा और ना ही किसी वनरक्षक समिति को इस घटना की जानकारी थी। यह केवल एक उदाहरण है, ऐसे अनेक वन्य जीव हो सकते हैं जो गर्मी में पानी की कमी या शिकारियों के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। लेकिन वन विभाग की निष्क्रियता और लापरवाही का नतीजा यह है कि दुर्लभ वन्य जीवों की संख्या लगातार घट रही है। पस संबंध में वन क्षेत्र पदाधिकारी अजीत राम ने पूछे जाने पर बताया कि इस तरह की जानकारी मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं वन कर्मियों एवं वन समिति के लोगों से पता करवाता हूं।