कुंदा(चतरा)। कुंदा प्रखंड में सीआरपीएफ 190 बटालियन के जाने की सूचना से ग्रामीणों में मायूसी छा गई है। ग्रामीणों का कहना है कि सीआरपीएफ के कुंदा में कैम्प होने से वे बिल्कुल सुरक्षित महसूस करते थे। ग्रामीणों ने बताया कि पहले कुंदा में एक समय ऐसा था जब 15 अगस्त और 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर वे घर में दुबक जाते थे, क्योंकि अचानक से नारेबाजी होने लगती थी और काला झंडा फहराया जाता था। लेकिन सीआरपीएफ के कुंदा में कैम्प होने के बाद से उन्हें राहत की सांस मिली थी। ग्रामीणों को अब फिर से उसी तरह के हालात की चिंता सता रही है। उन्होने ने सरकार से निवेदन किया है कि सीआरपीएफ कैम्प को रहने दिया जाय।