सदर अस्पताल, लोहरदगा में विश्व मलेरिया दिवस का आयोज
लोहरदगा। स्थानीय सदर अस्पताल के सभागार में विश्व मलेरिया दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार सुबोध ने सभी मलेरिया कर्मियों को मलेरिया मुक्त लोहरदगा की शपथ दिलाई। मौके पर उन्होंने कहा कि आज विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है। मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से होती है। बरसात या वातावरण में नमी के कारण मलेरिया के मच्छर पनपने लगते हैं और बीमारी का प्रसार होता है। मलेरिया की गंभीर स्थिति बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती है। मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं, जैसे- बुखार, सिर दर्द, उल्टी आना, ठंड लगना, थकान होना, चक्कर आना और पेट में दर्द होना। आमतौर पर मलेरिया के इलाज में करीब दो सप्ताह तक दवाइयाँ लेनी होती हैं। वहीं बीमारी को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है। मलेरिया की गंभीरता और इससे बचने के लिए जागरूक करने के विश्व स्तर पर मलेरिया दिवस मनाया जाता है। आज हम सभी प्रण ले कि कोई भी व्यक्ति मलेरिया से ग्रसित नहीं हो। गांव गांव में जाकर लोगो को मलेरिया के प्रति जागरूक कीजिये। उन्हें मच्छरदानी उपयोग करने, मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल आने के लिए प्रेरित करें। सिविल सर्जन ने कहा कि जिले के सभी पीएचसी में मलेरिया का निशुल्क इलाज उपलब्ध है। मलेरिया से संबंधित सभी प्रकार की जांच भी निशुल्क सरकारी अस्पतालों में की जाती है मलेरिया का लक्षण ठंड लगना, कंपकपी पसीने के साथ बुखार का होना ऐसा प्रतिदिन 1 दिन बीच करके या निश्चित अंतराल के बाद होना इस बीमारी के गंभीर लक्षण है। यदि किसी व्यक्ति को इस तरह का लक्षण दिखाई दे तो तुरंत जिला मलेरिया कार्यालय पहुंचे या फिर मलेरिया टीम को जानकारी दें। टीम आपके घर पर खुद पहुंच जाएगी। आपका इलाज करेगी। इसलिए जागरूक बनिए और मलेरिया मुक्त जिला बनाने में जनभागीदारी सुनिश्चित करें।