अजीत कुमार यादव की रिपोट
कुन्दा (चतरा): भीषण गर्मी का प्रकोप इस कदर है की जिले के अति उग्रवाद प्रभावित कुंदा प्रखंड क्षेत्र के नवादा पंचायत अंतर्गत सिंदरी बाचकुम, खुटवाली व उलवार गांव में कुवां व तालाब के साथ चापाकल भी जवाब दे दिया है। ग्रामीणों को प्यास बुझाने के लिए भी बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। हालात ऐसे हैं कि 11 वीं सदी में भी लोगों को जुआ का पानी पीना पड़ रहा है। वहीं स्थानीय सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधी उक्त गांव में उत्पन्न जल समस्या के प्रति उदासीन है। विकास का दम भरने वाले किसी भी प्रतिनिधि ने अब तक उपरोक्त गांव में उत्पन्न जल समस्या के प्रति सकारात्मक पहल नहीं की है। ग्रामीण अखिलेश गंझू ने बताया की एनआरपी विभाग के द्वारा गांव में 300 फिट तक एक बोरिंग कराई गई थी, लेकिन वह भी भीषण गर्मी में बेकार साबित हुआ है। वही प्रत्येक वर्ष गर्मी के मौसम में उक्त सभी गांव में पानी की घोर किल्लत हो जाती है। ज्ञात हो कि प्रभावित गांवों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोग निवास करते हैं। पूरा क्षेत्र पहाड़ी व पथरीला होने के कारण पानी का जलस्तर 500 से 700 फिट में पर्याप्त मात्रा में होने की संभावना ग्रामीण जता रहे हैं। वही संबंधित पंचायत क्षेत्र के मुखिया भरत यादव ने इस संदर्भ में बताया कि बहुत जल्द उक्त गांव में विभाग के द्वारा डीप बोरिंग किया जाना है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण बोरिंग वाहन उस गांव तक कैसे पहुंचेगा इसकी तैयारी की जा रही है।