चतरा। मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित जिला उद्योग केन्द्र (उद्योग विभाग) के सभागार में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई योजना) पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्यम विकास बोर्ड, चतरा के बैनर तले किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला उद्यमी समन्वयक हेमन्त केषरी ने की। योजना के संबंध में विस्तार से जानाकारी देते हुए बोड के जिल समन्वयक श्री केषरी के द्वारा बताया गया कि जिले में किसानों को पीएमएफएमई योजना से जोड़कर छोटे-छोटे इकाई जैसे मिनीराईस मिल, मनी दाल मिल, तेल मिल, केचअप, इमली प्रोसेंसिंग इकाई, चिरौंजी प्रोसेसिंग इकाई, पोटेटो चिप्स, ड्राई भेजीटेबल, पापड बनाना, चावल, जामून प्रोसेसिंग (सिरका/पाउडर), आटा (गेंहु/मडुआ), पिज्जा रोल्स, बेकरी प्रोड्क्ट (ब्रेड/टोस्ट), डेयरी प्रोड्क्टस, पास्ता, चौमिन, तेल प्रोसेसिंग इकाई, केक, मधु प्रोसेसिंग, कुकिज, मषाला उद्योग व आम प्रोसेसिंग इकाई आदि की स्थापनाकर के आत्मनिर्भर एवं स्वरोजगार को अपनाकर स्वयं एवं जिले के विकास में अपना योगदान दिया जा सकता है। आगे बताया गया कि खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित केन्द्र प्रायोजित योजना प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) के अर्न्तगत् असंगठित क्षेत्र के सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की क्षमतावर्धन एवं इस क्षेत्र में कार्यरत् एफपीओ, एसएचजी, सहकारी समितियों को सहयोग प्रदान करने की योजना है। श्री केशरी ने बताया कि आवेदन के लिए आधारकार्ड, पैनकार्ड, मोबाईलनम्बर, ईमेल आईडी, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, छः माह का बैंक स्टेटमेंट, अपडेटेड बैंक पासबुक, प्रोजेक्ट रिर्पाेट, उद्योग आधार, राषनकार्ड, बिजली बिल, दो रंगिन फोटो के साथ अपने प्रखण्ड कार्यालय में उद्योग विभाग के प्रखण्ड उद्यमी से सम्पर्क कर या जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय आकर जमा कर सकतें हैं। जिला उद्योग केन्द्र चतरा व हजारीबाग के महाप्रबंधक राजीव रंजन ने कहा कि पीएमएफएमई योजना की सफलता में बैंकों का अहम योगदान है, बैंकों के परस्पर सहयोग से ही यह योजना जिले में लक्ष्यों को प्राप्त कर सकती है। सभी बैंको के षाखा प्रबंधक योजना की जानकारी अपने षाखा में लाभुको को दें। कार्यशाला में बैंक प्रबंधक, प्रखण्ड उद्यमी समन्वयक राहुल कुमार, षिषुपाल सिंह, उमेष कुमार, अरविन्द कुमार, सुमन कुमार, वेदप्रकाष कुमार, सत्येन्द्र कुमार यादव, षिषुपाल सिंह, योगेष्वर मछुआ, पिंटु कुमार, संबंधित पदाधिकारी व कई लाभुक मौजुद थे।