
पुलिस ने देश के कई एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले व्यक्ति जगदीश उइके को हिरासत में ले लिया है। साइबर सेल इस मामले में उईके की गतिविधियों की जांच कर रही है। साथ ही पुलिस इस कार्रवाई को लेकर गोपनीयता बरतते हुए उइके से पूछताछ कर रही है। ज्ञात हो कि हवाई अड्डों को लगातार उड़ाने की धमकियों के कारण पिछले कुछ दिनों से विमान सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। दिवाली से पहले 25 से 30 अक्टूबर के बीच केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नाम एक ई-मेल भेजकर एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद नागपुर पुलिस सतर्क हो गई। पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान ई-मेल भेजने वाले व्यक्ति की पहचान जगदीश उईके के रूप में की पहचान की। इससे पूर्व भी जगदीश को वर्ष 2011 में आतंकवादियों पर लेख लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि जगदीश ने 21 अक्टूबर को नागपुर पुलिस स्पेशल ब्रांच टीम को एक ई-मेल भेजा था।
जगदीश ने बताया है कि देश के 6 एयरपोर्ट आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के निशाने पर हैं। इसके अलावा विभिन्न एयरलाइंस के 31 विमानों का अपहरण कर लेने की बात कही गई। उसके पास गुप्त टूलकिट कोड ’25एमबीए-एमटीआर-10′ है। इस कोड का मतलब है 5 बाजार, 5 बस अड्डे, छह हवाई अड्डे, पांच मंदिर और पांच रेलवे स्टेशन। इसमें बताया गया है कि यह तो ट्रेलर है, पूरी फिल्म अभी बाकी है। उन्होंने 28 अक्टूबर तक फड़णवीस से मिलने के लिए भी लिखा था।
विशेष शाखा पुलिस जांच पड़ताल के बाद जगदीश उइके को गुरुवार दोपहर को हिरासत में लिया। साइबर सेल के साथ ही पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी ने जगदीश से गहन पूछताछ की। इस बारे में जानकारी साझा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जगदीश पिछले दो सप्ताह से दिल्ली में था। नागपुर पुलिस कि टीमे उसे ढूंढने के लिए छापे मार रही थी। इसके बाद पुलिस उपायुक्त मतानी की अगुवाई वाली टीम जगदीश की गतिविधियों की गहनता से जांचकर रही गई। पुलिस सूत्रों के पूछताछ के दौरान जगदीश सहयोग नही कर रहा है। पुलिस के हर सवाल का जगदीश गोलमोल जवाब दे रहा है। (HS)