*ठेकेदार को समय से मजदूरों के वेतन का भुगतान करना होगा – सुखदेव भगत* 

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नगर परिषद लोहरदगा में काम करने वाले सैकड़ो मजदूर सांसद सुखदेव भगत से मिले
अपनी मांगों को पूरा करने के लिए उन्हें एक ज्ञापन सौंपा
लोहरदगा।
झारखंड राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ जिला शाखा लोहरदगा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य अध्यक्ष महेश कुमार सिंह के नेतृत्व में लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत के आवास पहुंचकर उन्हें ज्ञापन सौपा। मांगों को पूरा करने की मांग किया।प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि जब से लोहरदगा नगर परिषद में एनजीओ एसएमडब्ल्यूएम को कॉन्ट्रैक्ट पर सफाई करने की जिम्मेदारी मिला है तब से मजदूरों को समय से मजदूरी का भुगतान नहीं हो रहा है। विगत तीन महीना से मजदूरों का वेतन नहीं मिला है जिसके कारण गरीब मजदूरों को पेट चलाना मुश्किल हो गया है। साथ ही साथ झारखंड सरकार श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग रांची के अधिसूचना तथा अन्य सरकारी परिपत्रों के आलोक में अधी मानता के साथ श्रेणीवार न्यूनतम मजदूरी एरियर के साथ भुगतान किया जाए। रिक्त पदों पर स्थायी कर्मचारी बहाल किया जाए तथा राज्य सरकार को भेजे गए 18 कर्मियों को नियमित किया जाए। 25 से 30 वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मियों को स्थायी किया जाए तथा बोनस दिया जाए । मृतक कर्मचारियों की आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर सफाई कर्मियों को प्रभावित तिथि से नियमित बहाली की जाए सहित अनेक मांगों को संसद के पास रखकर उसका निदान करने की मांग किये। सांसद सुखदेव भगत ने मजदूरों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि कॉन्टैक्टर को हर हाल में समय से मजदूरों का भुगतान करना होगा ।3 महीना से मजदूरों को वेतन नहीं मिलने के कारण मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गया है। मजदूरों के ऊपर हो रहे शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्र निर्माण में मजदूरों का अहम भूमिका होता है। संसद में कहा कि वह नगर  परिषद के कार्यपालक को बुलवाकर सारी वस्तु स्थिति से अवगत होकर मजदूरों के समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास करेंगे साथ ही साथ ठेकेदार एग्रीमेंट के आधार पर काम कर रहा है या नहीं उसका भी जांच किया जाएगा। मजदूर हित सबसे पहले है इस पर कोई समझौता नहीं होगा। सांसद ने कहा कि राज्य स्तरीय मामले को लेकर हुए विभागीय सचिव से वार्ता कर मजदूरों के समस्याओं का निदान करने का प्रयास करेंगे।। मौके पर राज्य अध्यक्ष महेश कुमार सिंह, फूलदेव कुजूर ,रामजीत उरांव ,राम लखन महतो, प्रदीप उरांव, सुरेंद्र उरांव शनिचरवा ठकरू, सुनीता उरांव, अनीता उरांव, सरिता उरांव सहित काफी संख्या में मजदूर उपस्थित थे।