नाबालिग बच्चे चलाते हैं दुपहिया वाहन, होते हैं दुर्घटना के शिकारः बीपीओ

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न्यूज स्केल संवाददाता
प्रतापपुर (चतरा)। लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओ से आज की तारीख में कोई भी सबक लेने को तैयार नहीं है, बस यह मान कर चलते हैं कि जिसके साथ घटना घटी या मामला उसका था। आए दिन मोटरसाइकिल से गिरकर घायल होने से लेकर मौत तक का सफर करने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही है। युवा मोटरसाइकिल चलाने के क्रम में कट मारना, चकमा देना या ऐसे भी लोग अक्सर देखें जाते है कि गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल से बात करते हैं। ऐसे में अचानक दुर्घटनाओं का शिकार होते रहते हैं। हद तो तब हो जाती है कि एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति के जगह पर चार-पांच लोग बैठकर चलते हैं। मंगलवार को प्रतापपुर बीआरसी कार्यालय में कार्यरत बीपीओ अजय कुमार दास ऐसे ही दुर्घटना के शिकार होने से बाल-बाल बचे। उन्होंने बताया कि प्रतापपुर आने के क्रम में जोरी पुल के समीप एक मोटरसाइकिल पर तीन किशोर इतनी तीव्र गति से विपरीत दिशा से चले आ रहे थे की उनके चकमा मारे जाने से में गिर गया। बीपीओ ने बताया कि नाबालिग गाड़ी चलाते हैं, ऐसे में दुर्घटनाओं की ज्यादा संभावना बनती है और इसके दोषी नाबालिग के अभिभावक हैं जो दुर्घटना को आमंत्रण देने के लिए गाड़ी देते हैं। जरूरत है ऐसे बे लगाम नाबालिगों पर नियंत्रित की। ताकि भविष्य में खुद भी दुर्घटना का शिकार नहीं हों और अगला भी चोटिल नहीं हो। जिला परीवहन विभाग को भी इस पर संज्ञान लेने की जरुरत है।