Chatra Breking: जन्म के चन्द घंटे बाद ही सदर अस्पताल से नवजात के सौदा मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नवजात के सौदे मे शामिल मां सहित 11 आरोपी गिरफ्तार, सकुशल बरामद नवजात सौंपा गया सीडब्ल्यूसी को चतरा।

0
489

जन्म के चन्द घंटे बाद ही सदर अस्पताल से नवजात के सौदा मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नवजात के सौदे मे शामिल मां सहित 11 आरोपी गिरफ्तार, सकुशल बरामद नवजात सौंपा गया सीडब्ल्यूसी को

चतरा। जन्म के चंद घंटे बाद ही चतरा के सदर अस्पताल से नवजात का सौदा किये जाने मामले में चतरा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुवे इसमें शामिल नवजात के मां सहित 11 को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया। वहीं नवजात शिशु बाल कल्याण समिति (बेंच ऑफ मेजिस्ट्रेट) को सौंपा गया। जिले के उपायुक्त अब्बू इमरान और एसपी राकेश रंजन के संयुक्त निर्देश पर एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित स्पेशल एसआईटी ने गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए नवजात की खरीद बिक्री में शामिल नवजात की मां के साथ अन्य 10 आरोपीयों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार मासूम नवजात के सौदे में कलयुगी मां, सदर अस्पताल की सहिया और एनटीपीसी के ड्रेसर समेत चतरा, हजारीबाग, रामगढ़ और बोकारो के एक दर्जन सरकारी व निजी अस्पतालो के स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपीयो ने पुछताछ के दौरान बताया कि नवजात का सौदा 4 लाख 50 हजार रूपये मे हुआ था, लेकिन उसकी मां को नवजात के बदले एक लाख देकर सौदा करवाया गया था, जिसे बड़कागांव निवासी दम्पति उपेन्द्र कुमार और रीना देवी को बेचना था। पुलिस की एसआईटी की टीम ने नाजायज तरीके से नवजात को खरीदने वाले दम्पति को बड़कागांव से गिरफ्तार कर लिया। वही पुलिस ने नवजात के खरीद-बिक्री में शामिल एनटीपीसी टंडवा के ड्रेसर सरोज कुमार समेत 9 अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। बोकारो मे संचालित आशा शशि हॉस्पिटल के कर्मियो व चतरा शहर के झारखंड मैदान ईलाके मे संचालित अवैध नर्सिंग होम के संचालक अरूण कुमार दांगी ने नवजात के खरीद बिक्री में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन पुलिस की कार्रवाई को देख वह फरार हो गया। इस दौरान पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से नाबालिग के खरीद-बिक्री मे प्रयुक्त एक लाख 64 हजार रूपये नकद समेत विभिन्न कंपनियों के चार मोबाईल फोन बरामद किये हैं। वही आरोपियों को जेल भेजने के साथ नवजात शिशु बाल कल्याण समिति चतरा को सौंपा गया है। सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष धनंजय तिवारी ने बताया कि नवजात के सर्वाेत्तम हित को देखते हुए तत्काल चिकित्सीय जांच हेतु सदर अस्पताल में भर्ती किया गया है। एमआईआर रिपोर्ट आने के बाद नवजात के सुरक्षीत पुनर्वास पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।