न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा। समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री बहन-बेटी, मई-कुई स्वावलम्बन प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन तथा इसके तहत आच्छादन हेतु लाभार्थियों के पहचान संबंधी सूचनाओं के संग्रहण, सत्यापन एवं स्वीकृति से संबंधित जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना 21 वर्ष से उपर एवं 50 वर्ष से कम की कमजोर महिलाओं को अर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना है। इसके लिए जल्द ही योजना का परफोर्मा सरकार द्वारा दिया जाएगा। इससे पूर्व आप सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार करेंगे। इस योजना का लाभा लेने के लिए आवेदिका की उम्र 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए, साथ ही आवेदिका का आधार खाता से लिंक होना चाहित, मतदाता पहचान पत्र एवं राशन कार्ड से अच्छादित होना चाहिए। किसी भी तरह के सरकारी लाभ लेने वाले जैसे एएनएम, सहिया, सहायिका, पारा शिक्षक स्वयं भी एवं परिवार के लोग इसके योग्य नहीं होंगे। साथ ही वर्तमान में किसी भी तरह के पेंशन नहीं प्राप्त कर रहे हो, आयकर दाता भी इसके योग्य नहीं है। उपायुक्त ने कहा लोगों के प्रति संवेदना रख कर कार्य करें। दिव्यांग महिला को किसी भी तरह कि असुविधा नहीं हो इसका ख्याल रखें। साथ ही सीएससी सेंटर वाले भी ध्यान में रखें कि उनके पेंशन प्राप्त करने में उन्हे असुविधा न हो और किसी तरह की अवैध वसुली/निकासी न हो। कार्यशाला में सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कुमारी वेदवंती, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, सीएससी संचालक, सभी प्रखण्डों के कम्प्यूटर ऑपरेटर समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।