त्रिपक्षीय वार्ता के बाद बीजेपी की अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी समाप्त, एनटीपीसी व सीसीएल ने ली राहत की सांस, कोल वाहनों का परिचालन देर शाम से हुआ शुरु

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न्यूज स्केल संवाददाता
टंडवा (चतरा)। पिछले पांच दिनों से टंडवा प्रख्ंाड मुख्यालय स्थित सीआइएसएफ कैंप के पास जारी भाजपाइयों की अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी बुधवार को परियोजना प्रबंधकों, जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुई त्रिपक्षीय वार्ता के बाद समाप्त हो गई। ज्ञात हो कि एनटीपीसी से प्रखंड क्षेत्र में निर्बाध विद्युतापूर्ति व कोल वाहनों के सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक नो इंट्री लगाने तथा मृतकों को 10 लाख मुआवजा के मांग को लेकर भाजपाइयों द्वारा आर्थिक नाकेबंदी कर आंदोलन की जा रही थी। वहीं बुधवार को प्रखंड कार्यालय के सभागार में एसडीओ सनी राज की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद बनी सहमति पर आंदोलन समाप्ति की घोषणा की गई। जानकारी देते हुवे अंचल अधिकारी विजय कुमार दास ने बताया कि चार घंटे तक प्रस्तावित मुद्दों के विभिन्न बिंदुओं पर गहनता से चर्चा हुई। जिसमें एनटीपीसी को आपूर्ति होने वाली बिजली बुकरु सब स्टेशन में जोड़ कर सप्लाई देने के लिए 15 दिनों का समय लिया गया। जबकि नो इंट्री लगाने का प्रस्ताव जिला सड़क सुरक्षा समिति के पास विचाराधीन है, जिसपर उपायुक्त की अध्यक्षता में शीघ्र होने वाली बैठक के दौरान उसपर सकारात्मक पहल होने की संभावना है। इसके साथ हीं दिन में नो इंट्री लगाने के लिए चुंदरु नदी से पहले तथा आम्रपाली परियोजना के दो नंबर गेट के समीप रोक लगाने का प्रबंध किया जाएगा। वहीं कोल वाहनों से सड़क दुर्घटना में मृतकों के आश्रितों को मुआवजा के तौर पर चार लाख रुपए शीघ्रता से उपलब्ध हो सके इसके लिए एक सप्ताह के अंदर सभी ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक की जायेगी। बैठक में विधायक किसुन कुमार दास, भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव भोक्ता, बीडीओ देवलाल उरांव, मगध-संघमित्रा परियोजना के महाप्रबंधक नृपेन्द्र नाथ, आम्रपाली-चंद्रगुप्त परियोजना जीएम अमरेश कुमार सिंह, एनटीपीसी सीजीएम एसके पांडा, अनिल चावला समेत अन्य मौजूद थे।