शिक्षक अगर मेहनत करते है, तो पीढ़ियां बदलती है, गुणवत्ता बढ़ाने हेतु सब मिलकर करेंगे कायः उपायुक्त
21वीं सदी के छात्रों को पढ़ाने के लिए 21वीं सदी के शिक्षक बनेः रंजीत डिसले
न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा। जिला खनिज निधि सह प्रशिक्षण भवन हॉल चतरा में तकनीकी युग में भारतीय शिक्षा प्रणाली के भविष्य की खोज पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमे बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त रमेश घोलप शामिल हुए। वहीं मुंबई से आए ग्लोबल टीचर अवार्ड 2020 के विजेता एवं वर्ष 2016 के इनोवेटिव शोधकर्ता रंजीत डिसले भी वक्ता के रूप में शामिल हुए। सेमिनार प्रारंभ होने से पूर्व अतिथियों का पौधा भेंट कर एवं स्वागत गान के साथ स्वागत किया गया। तत्पश्चात दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सेमिनार में सबसे पहले जिले के शिक्षक, विद्यालय, छात्र/छात्राओं समेत अन्य शिक्षण से जुड़ी जानकारियां सभी के बीच साझा की गई। साथ ही वक्ता रंजीत डिसले ने अपने जीवन का अनुभव साझा किया, इसके अलावे उन्होने कहा मेरे द्वारा बच्चों को किस तरह से पढ़ाई के प्रति रूची बढ़ाई जाय और विद्यालय तक शत प्रतिशत बच्चों को लाया जाय। इसके लिए एक सरकारी शिक्षक होने के नाते हर संभव प्रयास किया जा रहा है। आगे कहा कि 21वीं सदी के बच्चों को पढ़ाने के लिए हम सभी को 21वीं सदी का शिक्षक बनना होगा।
उपायुक्त ने अपने संबोधन में सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के सरकारी विद्यालय से अपनी कैरियर की शुरूआत करने वाले रंजीत डिसले द्वारा जिस तरह से कम संसाधान में तकनीकी का प्रयोग कर बच्चों को शिक्षित बनाने एवं वैश्विक स्तर से जोड़ने में हर संभव प्रयास किया गया है। शिक्षा व्यवस्था में सबसे अहम भुमिका शिक्षक की होती है, मुझे उम्मीद है कि आज आप सभी जिले के शिक्षक सेमिनार के माध्यम से शिक्षा गुणवत्ता की जानकारी लेकर जाएंगे इसे जरूर विद्यार्थियों के बीच पढ़ाई के गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु प्रयोग करेंगे। रंजीत डिसले को सेमिनार में बुलाने का मुख्य उद्देश्य चतरा जिला के शिक्षकों को उत्साहित करना है। अगर गांव के लोग यह समझते है कि यह सरकारी स्कूल नहीं गांव की स्कूल है तो सभी समस्याएं सुधर जाएगी। सभी शिक्षक विद्यालयों के आवश्यकताओं को साझा करें जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जाएगा। शिक्षा के माध्यम से समाज में परिवर्तन हो सकता है इसमे शिक्षक ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। समेमिनार में उपायुक्त द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक मो. एजाजुल हक उत्क्रमित उच्च विद्यालय दिवानखाना को शॉल एवं पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। अंत में जिला शिक्षा अधीक्षक के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। सेमिनार में अपर समाहर्ता अरविन्द कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश मिश्र समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी के साथ जिले के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक उपस्थित थे।