न्यूज स्केल डेस्क
रांची। लोकसभा चुनाव 2024 के समापन के साथ अब 81 विधानसभा सीट वाली झारखंड में सिर्फ 77 विधायक रह गये हैं। वहीं दुसरी ओर सांसद बनने के शौक में मांडू विधायक जयप्रकाश पटेल की विधायकी पर संकट मंडराने लगा है। दलबदल में उनकी विधायक जाने का खतरा बढ़ गया है। स्पीकर ने उनसे 6 जून तक जवाब देने को कहा था, लेकिन उन्होंने छह सप्ताह का वक्त मांगा है। दरअसल जेपी पटेल मांडू से भाजपा के विधायक थे। विधानसभा से इस्तीफा दिए बगैर ही वो कांग्रेस में शामिल होकर हजारीबाग से लोकसभा का चुनाव लड़े। हालांकि दलबदल का झारखंड में यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले बाबूलाल मरांडी से लेकर अन्य विधायकों का मामला ट्रिब्यूनल तक पहुंचा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के खिलाफ स्पीकर ट्रिब्यूनल में चल रहे चारों मामलों की सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित ही है। वहीं प्रदीप यादव, डॉ. इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कच्छप और कमलेश सिंह का मामला भी अभी ठंडे बस्ते में है।
जेपी पटेल की शिकायत भाजपा के अमर बाउरी ने करायी थी
जयप्रकाश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने के कदम पर चुनाव से पहले भाजपा विधायक दल के नेता अमर बाउरी ने स्पीकर के न्यायाधिकरण में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पटेल व बाउरी दोनों को नोटिस जारी हुआ और उन्हें स्वयं या वकील के जरिए 2 मई तक जवाब देने को कहा गया। जो समय दिया गया था, उसके मुताबिक जेपी पटेल को 6 जून तक जवाब देना था। लेकिन जेपी पटेल और अमर बाउरी दोनों ने ट्रिब्यूनल के सामने जवाब देने के लिए और वक्त मांग लिया है।
81 विधानसभा सीट वाली झारखंड में सिर्फ 77 ही विधायक
ज्ञात हो कि इस बार लोकसभा में झारखंड़ से चार विधायकों ने चुनाव जीता है। जिसमें हजारीबाग से मनीष जायसवाल, दुमका से नलिन सोरेन, सिंहभूम से जोबा मांझी और धनबाद से ढुलू महतो शामिल है। चूंकि अगले कुछ महीनों में झारखंड में चुनाव होना है, लिहाजा उपचुनाव की स्थिति तो नहीं बन रही है। लेकिन अंकों का गणित लड़खड़ा जरूर गया है। ऐसे में अब 81 विधानसभा सीट वाली झारखंड में सिर्फ 77 ही विधायक रह गये हैं।