टीएसपीसी और माओवादी संगठन ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए मिलाए हांथ, हिंदिया कला में पिता-पुत्र की हत्या के 48 घंटे बाद भी पास के जंगल में जमे रहे नक्सली, पुलिस टीम को निशाना बनाने की नक्सलियों की योजना हो गई विफल

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टीएसपीसी और माओवादी संगठन ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए मिलाए हांथ, हिंदिया कला में पिता-पुत्र की हत्या के 48 घंटे बाद भी पास के जंगल में जमे रहे नक्सली, पुलिस टीम को निशाना बनाने की नक्सलियों की योजना हो गई विफल

न्यूज स्केल संवाददाता
चतरा। जिले में बिखरते अस्तित्व को बचाने के लिए टीएसपीसी और भाकपा माओवादी नक्सलियों ने हांथ मिला लिया है। दोनों मिलकर अब क्षेत्र में घटनाओं को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लग गए हैं। हिंदिया कला में पिता-पुत्र की हत्या की घटना इसी की एक बानगी है। सूत्रों की माने तो नक्सली इस हत्याकांड के बहाने पुलिस और सुरक्षा बलों को ट्रेप करने के फिराक में थे। यही कारण था कि घटना के 48 घण्टे बाद तक नक्सलियों का हथियारबंद 60-70 का दस्ता पास के जंगल में घात लगाए बैठे थे। अगर पुलिस इस प्रकरण में थोड़ी सी भी जल्दबाजी में पहुंचने की भूल करती तो उन्हें जानमाल की भारी क्षति उठाना पड़ती। परन्तु पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय के सूझ बूझ के कारण नक्सलियों की न सिर्फ योजना विफल हुई, बल्कि बड़ी घटना भी टल गई। विश्व सूत्रों की मानें तो एरिया कमांडर सलीम टीम का नेतृत्व कर रहा था। ज्ञात हो कि इन दिनों बीड़ी पत्ता तोड़ाय का समय चल रहा है। ऐसे में नक्सली लेवि की मोटी रकम वसूलने को लेकर घटनाओं को अंजाम देकर बीड़ी पत्ता ठेकेदारों के साथ आम जनता में दहशत कायम करना चाह रहे हैं।