सिमरिया विधायक ने उग्रवादी हिंसा के शिकार लोगों को नौकरी देने की उठाई मांग
टंडवा (चतरा)। सोमवार को विधानसभा सत्र में सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास ने उग्रवादी हिंसा के शिकार हुए टंडवा के महादेव यादव और जसमुद्दीन अंसारी को नौकरी देने की मांग की। श्री दास ने बताया कि उन्होंने सदन में एमसीसी द्वारा 29 दिसंबर 1999 को किए गए चुनाव बहिष्कार के निर्णय को नहीं मानने के कारण उक्त दोनों ग्रामीणों का अपहरण करते हुए महादेव यादव का अंगूठा व जसमुद्दीन अंसारी का हांथ काट दिया था। इस मामले में टंडवा थाना कांड संख्या 32/1999 के तहत मामला भी दर्ज है। जबकि इस मामले को लेकर संयुक्त बिहार विधानसभा में तत्कालीन सिमरिया विधायक योगेंद्र नाथ बैठा ने विधानसभा में सवाल उठाया गया था। जिसपर तत्कालीन विभागीय मंत्री द्वारा आश्वासन संख्या 216/2001 में नौकरी देने की घोषणा की गई थी। श्री दास ने झारखंड विधानसभा में सरकार से मांग किया कि संयुक्त बिहार विधानसभा में विभागीय मंत्री के द्वारा आश्वासन घोषणा पत्र के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है और ना हीं पीड़ित परिवार को नौकरी या मुआवजा दिया गया। सदन में रखे गए इन तथ्यों पर राज्य सरकार ने आश्वस्त करते हुए बताया कि इस मामले में चतरा उपायुक्त से कार्रवाई प्रतिवेदन की मांग की गई है और आगामी जिला अनुकंपा समिति की बैठक में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।