न्यूज स्केल टीम
चतरा/गिद्धौर/पत्थलगड़ा। शुक्रवार को जिला मुख्यालय के साथ सभी प्रखंड़ों के शिवालयों में महाशिवरात्रि पर पूजा अर्चना को लेकर विशेषकर महिला एवं कुमारी कन्याओं की भारी भीड उमड़ी। शहर के हेरु नदी के समीप शिवालय, कठोतिया मंत्री, लकलकवा नाथ मंदिर, इटखोरी माता भद्रकाली मंदिर परिसर स्थित सहस्त्र शिवलिंग मंदिर, पत्थलगड़ा प्रखंड के लेंबाइया पहाड़ी पर अवस्थित शिव मंदिर, सिमरिया के भवानी मठ व गिद्धौर प्रखंड के विभिन्न शिवालयों आदि में शुक्रवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। शास्त्रों के मुताबिक यह त्यौहार सुहागिन स्त्रियां अखंड सौभाग्यवती रहने को लेकर एवं परिवार के बीच सद्भावना बने रहे की मन्नतों को लेकर पूजा अर्चना करती हैं। वहीं कन्याएं अच्छे वर पाने के लिए पूजा अर्चना करती हैं। यह परंपरा हजारों वर्ष पहले से चली या रही है। मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ के साथ माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व है। यह दिन शिव विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है। महाशिवरात्रि आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले साधकों के लिए बहुत महत्व है। महाशिवरात्रि को शिव के पूजा अर्चना करने से शत्रुओं पर विजय पाने का भी फल प्राप्त होता है। परंतु साधकों के लिए यह दिन तांत्रिक विद्या की सिद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण पर्व माना गया है। यौगिक परंपरा में शिव आदि गुरु भी माने जाते हैं। पहले गुरु, जिनसे ज्ञान उपजा। वहीं इस अवसर पर गिद्धौर प्रखंड के कौलेश्वरी मंदिर के अलावे मां बागेश्वरी मन्दिर बलबल, बारियातु, पहरा, मंझगांवा व बसरिसाखी के शिव मंदिरों में भक्तों ने पूजा अर्चना किया। इस दौरान पुलिस की गस्ती भी देखी गई।