न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड (चतरा)। विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा विगत दो तीन वर्षों से राजकीय मध्य-विद्यालय परोरिया में नहीं किया जा रहा है। बुधवार को भी सरस्वती पूजा के दिन लगभग 2.45 बजे दिन में विद्यालय में ताला लटका मिला। विद्यालय में न तो कोई छात्र-छात्रा थे और ना ही कोई शिक्षक। विद्यालय में सन्नाटा पसरा मिला। वहीं विद्यालय के दक्षिणी छोर पर ग्रामीणों द्वारा धूमधाम से सरस्वती पूजा का आयोजन किया जा रहा था। ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में मां की पूजा नहीं किया जाना चिंताजनक और शर्मसार करनेवाली घटना है। मैदान में क्रिकेट खेल रहे कुछ युवकों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया गया कि जब से रामानंद यादव विद्यालय के सचिव बने हैं, तब से विद्यालय में सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में जब सचिव से मोबाइल पर जानकारी के लिए संपर्क किया गया तो, उनके द्वारा कुछ बताए बिना फोन काट दिया गया। बीईईओ कानन पात्रा ने पूछे जाने पर बताया की इसकी जानकारी मुझे नहीं है। आज स्कूल बंद है, कल इसकी जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रखंड क्षेत्र के कुछ अन्य मध्य विद्यालयों में भी पूजा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई। मवि महुवरी में भी ताला लटका मिला। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष महाराज यादव से जब जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि हमें पूजा संबंधी कोई जानकारी नहीं है, सचिव से जानकारी कर लीजिए। पूजा के उपेक्षा का सबसे महत्वपूर्ण कारण सरकारी शिक्षकों का प्रखंड मुख्यालय में प्रवास नहीं करना भी है। कुछ को छोड़ लगभग सारे शिक्षक हजारीबाग में प्रवास करते हैं। वर्षों से इस पर अभिभावकों द्वारा आवाज उठाई जाती रही है। लेकिन शिक्षा विभाग अब तक इस पर मौन साधे हुए है।