न्यूज स्केल संवाददात
चतरा। उपायुक्त अबु इमरान के निर्देशानुसार बुधवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के शुभ अवसर पर जिला स्तरीय बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं विषय पर एक दिवसीय उन्नमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन डीआरडीए प्रशिक्षण हॉल में किया गया। सर्वप्रथम जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरजमुनी कुमारी के द्वारा लैंगिग समानता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में 21वीं शताब्दी के दौर में भी आम व्यक्ति बेटी और बेटे में फर्क महसुस करते हैं। वर्तमान में झारखंड की लिंग अनुपात बालिका की तुलना में बालको का अधिक है, जो एक शिक्षित समाज के लिए शर्मनाक स्थिति है। साथ ही उपस्थित बालिकाओं से अपील की गयी कि हमें एक जुट होकर समाज के उत्थान के लिए एवं बेटी-बेटों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है इस भ्रांती को दूर करना होगा। साथ ही इनके द्वारा भ्रुण हत्या एक कानूनन अपराध है पर प्रकाश डाली गयी। मंचासीन जिला परिषद उपाध्यक्ष बृज किशोर तिवारी के द्वारा भ्रुण हत्या कानूनन अपराध है पर प्रकाश डालते हुए संबोधन में बताया गया कि जो बच्चा/बच्ची उस वक्त दुनिया को देख भी नहीं सकें है, उनके पंख को पर भी न लग पाया हो उसकी हत्या भ्रुण में ही कर दी जाती है। जो एक जघण्य अपराध है। वर्तमान में बेटियां अपने बूढे मां बाप की जो सेवा करे शायद एक बेटा न कर पाये। श्री तिवारी के द्वारा मंच से उन सभी माता-पिता से अपील की गयी कि पुत्रियों को भी मौका दिया जाय ताकि वे भी अपने माता पिता का सपना साकार कर सके एवं उनका नाम उँचा कर सके। इसका एक ज्वलंत उद्याहरण स्वयं श्री तिवारी की पुत्री है जिसे तिरंदाजी में झारखण्ड स्तर पर स्वर्ण पदक से पुरस्कृत किया गया है।
इसी प्रकार डीआरडीए निदेशक अरुण कुमार एक्का, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति धनंजय तिवारी, सदर अस्पताल के डॉक्टर तथा जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी के द्वारा भ्रुण हत्या पर रोक लगाने हेतु सभी से अपील की गयी ताकि भविष्य में झारखण्ड तथा देश की लिंग अनुपात समानुपाति हो। बेटी बचाओ बेटी पढाओं थीम पर छात्राओं के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सुश्री शिक्षा संस्कृति को प्रथम पुरस्कार तथा सुश्री स्वेता कुमारी एवं सुश्री पुष्पा कुमारी को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।