*विधायक चमरा लिंडा व जय सरना लूरखुरिया विद्यालय के प्रबंधन समिति के बीच खूब हंगामा* *संचालन को लेकर विधायक व प्रबंधन समिति में हुई झगड़ा*

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झारखण्ड/गुमला– देवाकी स्थित जय सरना लूरखुरिया विद्यालय में मंगलवार को प्रबंधन समिति और विधायक चमरा लिंडा के बीच खूब हो हंगामा हुआ। बतातें चलें कि मंगलवार को विधायक चमरा लिंडा अपनी समर्थको के साथ विद्यालय प्रांगण में बैठक कर रहे थे, जिसकी जानकारी प्रबंधन समिति को लगी और वे बैठक में पहुंच चल रहे बैठक का विरोध किया। इस क्रम में दोनों पक्ष अपनी-अपनी बातों को रख रहे थे, जहां कई बार की चर्चा, झगड़ा में बदलते प्रतीत हो रही थी। इस बैठक में हंगामा को देखते हुए घाघरा थाना को भी सूचित किया गया जिसके बाद थाना के एसआई निर्मल कुमार अपने दलबल के साथ बैठक में शामिल होकर हो रहे हंगामा को शांत कराया। दोनों पक्षों की सहमति से बैठक को आगामी 30 जनवरी को पुनः आहूत करने का निर्णय लिया गया।

*निगरानी समिति के सदस्य बुधमन उरांव ने कहा*
निगरानी समिति के सदस्य बुधमन उरांव ने कहा कि यह विद्यालय आदिवासी समाज के बच्चों को अपनी परंपरा व सांस्कृति की शिक्षा देने के उद्देश्य से संचालित किया जा रहा है। यह विद्यालय की जो भवन है वह झखरा कुंबा योजना के अंतर्गत निर्माण कराया गया है। यह भवन का निर्माण झारखंड सरकार के विधायक मद से फंडिंग हुआ है। बावजूद विधायक राजनीतिक षड्यंत्र से इसे अपनी निजी संपत्ति समझने लगे हैं। ऐसे षड्यंत्र को हम ग्रामीण और प्रबंधन समिति कभी सफल नहीं होने नहीं देंगे। आगे बुधन उरांव ने विधायक द्वारा आदिवासी भाइयों को बरगलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक चमरा लिंडा हमारे भोले भाले आदिवासी भाइयों को अपने राजनीतिक चंगुल में फंसा कर इस पूरे प्रकरण में उनसे समर्थन लेने की कोशिश में है। जिसकी सच्चाई को सामने लाकर विधायक की यह षड्यंत्रकारी रणनीति को कभी भी सफल नहीं होने देंगे और आने वाले चुनाव में भी इसका खामियाजा विधायक चमरा लिंडा को भुगतना पड़ेगा।

*विधायक ने कहा*
जय सरना लूरखुरिया विद्यालय देवाकी की संचालन को बेहतर करना है। जिसके लिए हम एक बैठक आयोजित कर बेहतर प्रपोजल सभी के सामने रखा गया जिसमें कुछ लोगों का विरोध दिख रहा है आगामी 30 जनवरी को होने वाले बैठक में इसका निराकरण भी निकाल लिया जाएगा।