झारखण्ड/गुमला– घाघरा प्रखंड के दो गांवों में नीति आयोग की फैलोशिप रिद्धि कपूर ने गुरुवार को निरीक्षण किया।इस क्रम भारत सरकार के नीति आयोग की फैलोशिप प्रखंड क्षेत्र के सरांगो गांव पहुंचे जहां तुरी समाज के द्वारा बास से बनाए जा रहे हैं सामग्री को देखा। इस क्रम में कई चीजों की जानकारी संबंधित ग्रामीणों से ली ।बनाने में खर्च बनाने की विधि विभाग द्वारा मिले सहयोग के बाबत जानकारी ली । इसके बाद चूल्हामाटी गांव में महिलाओं द्वारा सखुआ पत्ता से बनाए जा रहे दोना एवं पतल को देखा और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं से बात कर जानकारी ली साथ ही मार्केट में पत्तल और दोनों की बिक्री ,बनाए जाने वाले खर्च के बाबत पूछा ।इस क्रम में बीडीओ दिनेश कुमार ने नीति आयोग के फैलोशिप के लोगों को बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई गांव में ग्रामीणों द्वारा बॉस के सूप ,दौरा सहित कई अन्य चीजों को बनाकर उसकी बिक्री बाजारों में की जाती है ।इसके साथ ही कई गांव के लोग जो जंगल क्षेत्र में निवास करते हैं।शकुवा पत्ते से दोना पत्तल बनाकर भी अपने आय को बढ़ाते है। आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हैं ।नीति आयोग के फैलोशिप रिद्धि कपूर ने एक-एक ग्रामीणों के द्वारा बनाए जा रहे हैं बॉस की सामग्रियों का फोटो भी लिया। साथ ही कहा कि आप सभी किसी भी तरह का अन्य सहयोग चाहे तो बिभाग से समन्यवय बनाकर प्राप्त कर सकते है और अपनी आर्थिक स्थिति को और मजबूत करे। इसके पूर्व ग्रामीणों द्वारा पारंपरिक तरीके से स्वागत सभी पदाधिकारी का किया गया मौके पर कोई ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित थे