न्यूज स्केल ब्यूरो, श्रीकांत राणा
पत्थलगड़ा(चतरा)। प्रशासनिक व प्रतिनिधयों के उपेक्षा का दंश झेल रहा है जिले का पत्थलगड़ा प्रखंड मुख्यालय। घनी आवादी होने के साथ प्रखंड मुख्यालय होने के बाबजूद आजतक शौचालय का निर्माण नही होना प्रशासन व प्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे विकास के दावे की पोल खेलती है। प्रखंड मुख्यालय में सुलभ शौचालय नहीं होने से यहां पहुंचने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विशेषकर महिलाओं को को शौचालन नहीं होने के कारण फजीहत झोलनी पडती है। ज्ञात हो कि पत्थलगड़ा प्रखंड में पांच पंचायत हैं। जिसमें मेराल, नोनगांव, सिंघानी, बरवाडीह व नावाडीह शामिल है। पत्थलगड़ा प्रखंड का मुख्य बाजार स्थल सुभाष चौक। यहां प्रत्येक दिन 15 बस एवं 5 सवारी वाहनों के साथ दर्जनों छोटी वाहने इसी सुभष चौक से सिमरिया, चतरा, हजारीबाग, इटखोरी, टंडवा, कटकमसांडी व रांची आदि शहरों के लिए जाती है। साथ ही इस चौंक में लगभग 50 स्थाई व दर्जन भर अस्थाई दुकानें हैं।
इसके अलावे इसी चौके के पास में ही सप्ताह में दो दिन मंगल व शनिवार को बाजार भी लगता है। इसके अलावे विभिन्न पर्व त्योहारों के समय मेला भी लगता है। लेकिन सुभाष चौंक में सुलभ शौचालय की व्यवस्था नही है। ऐसे में सवारियों के साथ विभिन्न कार्यों से यहा पहुंचने वाले लोगों को व दुकानदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दुकानदारों व क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पत्थलगड़ा प्रखंड भाजपा का गढ़ माना जाता है और चुनाव में यहां भाजपा के अलावे किसी की नहीं चलती, लेकिन दुर्भाग्य है कि विधानसभा और लोकसभा में भाजपा का कब्जा है। इसके बाबजूद पत्थलगड़ा प्रखंड मुख्यालय में सुलभ शौचालय की व्यवस्था नहीं होना क्षेत्र के लिए किए जा रहे विकास के दावे की पोल खोलती है। ऐसे में सवाल उठता है कि इस महत्वपूर्ण समस्या पर आखिर प्रतिनिधि क्यों मौन रहे हैं अब तक।