देवलगड़ा व मनवाटोंगरी के ग्रामीण हैवी ब्लास्टिंग से परेशान, सुरक्षा की लगा रहे गुहार

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टंडवा (चतरा): जिले के टंडवा थाना क्षेत्र में संचालित मगध व आम्रपाली कोल खनन परियोजनाओं द्वारा महज 15 से 20 मीटर की दूरी में हो रहे ओपेन माइनिंग के दौरान ब्लास्टिंग व धूल से देवलगड़ा व मनवाटोंगरी के दलित-आदिवासी ग्रामीण दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं। ज्ञात हो कि मगध में प्रभावित देवलगड्डा गांव जहां आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है, जिसमें आदिवासियों के दर्जनों बच्चे पढ़ते हैं। उससे महज 15 मीटर की दूरी पर मगध परियोजना का ओपनकास्ट माइनिंग संचालित है। कोल उत्खनन कार्य के दौरान हैवी ब्लास्टिंग व कंप्रेशर मशीनों की वजह से आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हो चुका है। इससे हमेशा वहां अनहोनी की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रबंधन के इतने दमनात्मक रवैए होने के बावजूद उनकी सुधी लेने वाला कोई नहीं है। वहीं आम्रपाली कोल परियोजना स्थित मनवाटोंगरी में भी ऐसी ही स्थिति है। जहां रहने वाले बहुसंख्यक गरीब दलित समुदाय हमेशा दहशत के साये में रहने को मजबूर हैं।

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