
सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर तीन सरकारी कर्मचारियों पर विधवा ने लगाया सामूहिक दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने तीनों नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर भेजा जेल
चतरा। योजना का लाभ दिलाने के नाम पर सादर थाना क्षेत्र में विधवा के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के तीन आरोपी सरकारी कर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। विधवा द्वारा दिए गए लिखित आवेदन पर सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करते हुवे पुलिस ने नामित अभियुक्त मो. मेराज नाजिर जिला परिषद चतरा, सौरभ कुमार लिपिक जिला परिषद चतरा एवं निरंजन पांडेय मयूरहंड प्रखंड नाजिर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं सदर थाना कांड संख्या 300/2023 धारा 415, 376 (2) (जी) आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर महिला को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। पीड़िता विधवा ने दिए गए आवेदन में कहा है कि जिला परिषद चतरा द्वारा सिमरिया बाजार में एक दुकान के लिए टेंडर निकाला गया था। जिसकी जानकारी के लिए चतरा कार्यालय गई तो कार्यालय में नाजिर मो. मेराज एवं लिपिक सौरभ कुमार से मुलाकात हुई। इस दौरान इन लोगों ने मेरा मोबाइल नंबर ले लिया और 13 अगस्त 2023 को मो. मेराज ने चतरा ब्लॉक के पास यह कहकर बुलाया कि आधार कार्ड जमा करो तो दुकान मिल जायेगी। उसके बाद बताए गए स्थान पर पहुंची तो मेराज मुझे बुलाया और एक कमरे में ले गये। उस समय मयुरहंड प्रखंड के नाजिर निरंजन पाडेय पहले से ही वहां मौजूद थे. दोनों लोगों ने मेरे साथ जबरदस्ती सामूहिक बलात्कार किया। इन लोगों ने धमकी दी कि तुम किसी को बताया तो तुम्हारी दुकान नहीं होने देंगे। उसके बाद 14 अगस्त 2023 को फिर से परिषद के क्लर्क सौरभ ने मोबाइल नंबर 9608707585 से ड्राफ्ट लेकर चतरा आने के लिए फोन किया। बुलावे के अनुसार जब चतरा पहुंची तो सौरभ कुमार, मो. मेराज ने मुझे ड्राफ्ट जमा करने के लिए डीसी कार्यालय के सामने उत्सव पैलेश के पास बुलाया। जहां उन्होंने मुझे एक कमरे में बंद कर दिया सामूहिक दुष्कर्म किया। मैंने विरोध करना चाहा तो उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी। भय और लोक लज्जा के कारण मैंने किसी से कुछ नही बताया। महिला ने यह भी आरोप लगाया है की उसके बाद भी तीनो अपने मोबाइल से फोन कर संबंध बनाने का दबाव दिया और विरोध करने पर जन से मारने की धमकी दी। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनो नामजद कर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।