TB-Free India: हजारीबाग ने रचा उदाहरण, 200 से ज्यादा टीबी मरीजों को गोद लेने आगे आए लोग

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रिपोर्ट – सुबोध कुमार गुप्ता

हजारीबाग: टीबी मरीजों के लिए हजारीबाग में अनोखी पहल की गई है. हजारीबाग के जितने भी लोग टीबी बीमारी से ग्रसित हैं उन्हें गोद लेने की मुहिम शुरू हुई है. शहर के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, प्रशासनिक पदाधिकारी, स्वयंसेवी संस्था, आत्मनिर्भर महिलाएं और समाज के सक्षम वर्गों ने इन मरीजों को गोद लेकर मिसाल कायम कर दी है. गोद लेने का अर्थ यह है कि ये लोग टीबी मरीजों का संपूर्ण इलाज कराएंगे और उन्हें रोजाना पोष्टिक आहार देंगे. साथ-साथ उनकी देखभाल भी करेंगे ताकि मरीज समय पर दवाई ले सके.

देश को 2025 तक टीबीमुक्त बनाने की योजना सफल हो इसलिए इस कोशिश के लिए उपायुक्त नैंसी सहाय ने प्रोत्साहित किया. सहाय ने कहा समाज में ऐसी पहल करना चाहिए जिससे लोगों का उत्थान हो सके. 2025 तक हजारीबाग को टीबीमुक्त बनाने के लिए जिलेवासी टीबी के मरीजों की मदद कर रहे हैं. जिला प्रशासन उनकी भरपूर मदद करने का प्रयास कर रहा है.

221 टीबी मरीजों को लिया गया गोद

हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने 25 टीबी मरीजों को गोद लिया है जबकि जिला परिषद अध्यक्ष उमेश मेहता ने 2, असिस्टेंट कलेक्टर शताब्दी मजमुदार ने 3, कृष्ण कुमार गुप्ता, धर्मेंद्र कुमार, शकुंतला देवी, नरेश गुप्ता, राजेंद्र प्रसाद, नीलम देवी, यासमीन तबस्सुम सभी मुखिया जनप्रतिनिधियों ने 2-2 टीबी मरीजों को गोद लिया है.

डॉ एसपी सिंह सिविल सर्जन हजारीबाग ने 5, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ विनोद कुमार ने 5, डॉ शशि जयसवाल ने 5, डॉ सीबी प्रथापन ने 5, डॉ राजेश गुप्ता ने 5, डॉ राजकिशोर जयसवाल ने 5, डॉ कपिल मुनी प्रसाद ने 5, डॉ प्रकाश ज्ञानी ने 5, डॉ बीएन प्रसाद ने 2, डॉ विक्रम ने 1, सद्भावना विकास मंच ने 10, नीतू कुमारी अंचलाधिकारी दारू ने 2, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार ने 5, डॉ राजकमल रंजन ने 3, टीपू सुल्तान ने 1, शाहनवाज आलम ने 3 टीबी मरीजों को गोद लिया है.