Wednesday, October 30, 2024

ओडिशा में टकराईं तीन ट्रेन, हादसे में 288 मौतें, 900 घायल, अब तक पता नहीं हादसे का जिम्मेदार कौन

बालासोर जिले के बहानगा बाजार स्टेशन के पास शाम 7 बजे हुई घटना, स्थिति ऐसी हुई की हादसे के बाद इस रूट पर रेल ट्रैफिक बंद करना पड़ा है

भुवनेश्वर/बालासोर। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए दर्दनाक रेल हादसे में मरने वालों की संख्या अबतक बढ़कर 288 पहुंच गई है। हीं 900 से ज्यादा लोग घायल हैं। हादसा बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार देर शाम लगभग 7 बजे हुआ। न्यूज एजेंसी के अनुसार रेलवे ने जानकारी दी है कि गाड़ियों के बीच टक्कर रोकने वाला कवच सिस्टम इस रूट पर मौजूद नहीं था। वहीं हादसे के 23 घंटे बाद शनिवार शाम 6 बजे तक रेल मंत्री या रेलवे मिनिस्ट्री ने हादसे की वजहों पर कुछ नहीं कहा। इसके साथ ही मंत्री से लेकर अफसर तक जांच कराने की बात दोहराते रहे। वहीं सूत्रों के अनुसार सिग्नल फेल होना भी हादसे की वजह हो सकता है। रेल हादसे के बाद शनिवार को रेस्क्यू में जुटी एनडीआरएफ की टीम

पहले ट्रेन डिरेल होने की खबर आई, फिर टकराने की

हादसे के एक घंटे बाद शुक्रवार शाम को करीब 8 बजे बालासोर में एक ट्रेन के पटरी से उतरने की खबर आई। इसके बाद दूसरी ट्रेन डिरेल होने की बात पता चली। रात करीब 10 बजे साफ हुआ कि दो यात्री गाड़ियां और एक मालगाड़ी टकराई हैं। शुरुआत में 30 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन देर रात यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया।

मालगाड़ी से टकराई एक ट्रेन, वहीं सामने से आई दूरंतो इसकी बोगियों से भिड़ी

रेलवे अधिकारियों के अनुसार बहानगा बाजार स्टेशन की आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस यहां डिरेल होकर मालगाड़ी से टकरा गई। एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। तभी कुछ देर बाद तीसरे ट्रैक पर आ रही हावड़ा-बेंगलुरु दुरंतो ने कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों को टक्कर मार दी।

घटनास्थल पर पहुंचे पीएम मोदी, घायलों से भी मिले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम करीब 4 बजे बालासोर घटनास्थल पहुंचे। वे अस्पताल में घायलों से भी मिले। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का जो भी दोषी है, उसे बक्शा नहीं जाएगा। हर तरह की जांच के निर्देश दिए हैं। हम इस घटना से सबक लेंगे और व्यवस्था को सुधारेंगे। पीएम ने घायलों की मदद करने वालों को शुक्रिया कहा। घटनास्थल पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने के उपरांत बालेश्वर सदर अस्पताल एवं कटक एससीबी मेडिकल कालेज पहुंचे और घायलों से मिलकर बातचीत की।

बालेश्वर में हादसे के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का जायजा लिया। उनके साथ दो केंद्रीय मंत्री- धर्मेंद्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे।

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शनिवार की सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है। फिलहाल, हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है। राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पहले से ही बहाली के लिए मशीनें तैनात हैं।

बेंगलुरु से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस के साथ कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर हुई। खड़गपुर डीआरएम ने इसकी पुष्टि की है। पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस बेपटरी हुई थी, जिससे बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस की टक्कर हुई। इस दुर्घटना में दोनों ट्रेन के 12 कोच बेपटरी हो गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शनिवार को दुर्घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था। अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को हम पांच-पांच लाख रुपए देंगे।

वहीं रेलवे ने अलग-अलग स्टेशन पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।

इमरजेंसी कंट्रोल रूमः 6782262286
हावड़ाः 033-26382217
खड़गपुरः 8972073925, 9332392339
बालासोरः 8249591559, 7978418322
कोलकाता शालीमारः 9903370746

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