वर्षों संघर्ष के बाद शुरू सड़क निर्माण में गुणवतापूर्ण कार्य कराने का सांसद व विधायक का दावा फेल

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वर्षों संघर्ष के बाद शुरू सड़क निर्माण में बरती जा रही अनियमित्ता, गुणवतापूर्ण कार्य कराने का सांसद व विधायक का दावा फेल

न्यूज स्केल संवाददाता
मयूरहंड(चतरा): मयूरहंड प्रखंड क्षेत्र में वर्षों संघर्ष के बाद शुरू जर्जर सड़क के निर्माण में संवेदक द्वारा विभिागीय लापरवाही के कारण बड़े पैमाने पर अनियमित्ता बरती जा रही है। पचमो मोड़ से एनएच तक चौपारण व इटखोरी जिहू मोड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क का निर्माण कार्य करोडो रुपये की लागत से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत नरचाही नदी तक की जा रही है। पर इसका लाभ संवेदक व विभाग उठा रहा है। विभाग द्वारा निर्माण कार्य दो पार्ट में संवेदकों के द्वारा करवाई जा रही है। जिसका शिलान्यास चतरा संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. सूनिल कुमार सिंह एवं सिमरीया विधायक किशुन कुमार दास ने पूरे लाव लशकर के साथकरते हुए गुणवतापूर्ण निर्माण की बात कही थी। उस वक्त विभाग के कार्यपालक अभियंता से लेकर कनिय अभियंता तक उपस्थित थे। परंतु सांसद व विधायक ने शिलान्यास के बाद निर्माण कार्य के प्राक्कलन व गुणवत्ता पर नजर डालना एवं जानकारी लेना उचित नहीं समझा। मिली जानकारी के अनुसार सड़क निर्माण कार्य के प्राक्कलन में कमी रहने के कारण अब चाहकर भी गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कार्य पूर्ण नहीं की जा सकती। जिसका खमियाजा प्रखंड क्षेत्र की भोली भाली जनता को सड़क निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद झेलनी पडेगी। जिम्मेदार विभागीय अभियंताओं द्वारा सड़क निर्माण कार्य के प्राक्कलन में सड़क की चौडाई दस के जगह बारह दो फीट बढाई गई है। जिसमें जीएसबी 100 एम एम लगभग चार इंच एवं डब्लू एम एम 225 एम एम लगभग नव इंच परंतु प्रिमिक्सिंग मात्र बीस एमएम की बनाई गई है। प्रिमिक्सिंग की कमी के कारण सड़क निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ टुटना शुरू होगा। दुसरा भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने के शिवाय कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। जानकारों का मानना है कि अभी भी प्रतिनिधियों द्वारा पहल कर प्राक्कलन में सुधार करवाकर कम से कम 20 कीे जगह 50 एमएम प्रिमिक्सिंग करवाकर सुधार किया जा सकता है। प्राप्त जानकारी अनुसार वर्तमान में विभागीय अभियंताओं द्वारा सड़क निर्माण कार्य को स्थगित कर प्राक्कलन में प्रिमिक्सिंग सुधार के लिए भेजा गया था पर सुधार नहीं हो पाया।