
सिमरिया/इटखोरी/गिद्धौर (चतरा)। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तारकेश्वर दास के निर्देशन में शनिवार को जिले के विभिन्न प्रखंड़ों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जागरुक्ता शिविर का आयोजन किया गया। सिमरिया कानूनी सहायता केंद्र के अधिकार मित्रों द्वारा प्रखंड मुख्यालय स्थित अनुसुचित जाति बालिका उच्च विद्यालय में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। अधिकार मित्र सुबोध कुमार शर्मा, उमेश प्रसाद, रंजन कुमार मिश्रा, सिता देवी व अंजलि कुमारी ने जागरुक्ता शिविर में बताया कि सबसे पहले अमेरिका में 1909 में महिला दिवस मनाया गया था। तब करीब 15000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क सिटी में वोटिंग के अधिकार, काम के घंटे कम करने व बेहतर वेतन की मांग को लेकर आंदोलन किया था। 1975 में संयुक्त राष्ट्र ने थीम के साथ इसे मनाना शुरू किया। तब से हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल के लिए थीम एक्सीलरेट एक्शन तय की गई है। इसका मतलब है अपने प्रयासों में तेजी लेना। यह थीम लैंगिक समानता की तत्काल आवश्यकता पर जोर देती है। ऐसे में हमारा यह कत्तर्व्य है हम महिलाओं की स्थिति समाज में बेहतर बनाने को लेकर प्रयासरत रहने का संकल्प लें। मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य रामप्रवेश केवट ने भि अपने विचार रखे। कार्यक्रम को सफल बनाने मे अधिकार मित्र संदीप उराव एवं अमित कुमार का अहम योगदान रहा। वहीं गिद्धौर प्रखंड में ब्लॉक मोड़ से जागरूकता अभियान मुखिया निर्मला देवी के नेतृत्व में निकाला गया। इस दौरान बापू ने दिया संदेश, स्वच्छ रखो भारत देश,हम सभी ने ठाना है,देश को स्वच्छ बनाना है समेत कई नारे लगाए गए। वहीं पहरा पंचायत के किरकिरा आंगनबाड़ी केंद्र में पीअलभी प्रेरणा दास द्वारा कानूनी जागरूकता अभियान चलाते हुए यौन उत्पीड़न, मानसिक उत्पीड़न, दहेज प्रथा, शिक्षा व्यवस्था, डायन प्रथा, बाल विवाह आदि की जानकारी दी गई। जिले के इटखोरी प्रखंड अंतर्गत नगवां सीएलएफ केंद में भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह धूमधाम से केक काटकर तथा एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर महिलाओं ने मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में प्रमुख प्रिया कुमारी उपस्थित थी।