
चतरा। उपायुक्त रमेश घोलप ने युवाओं को अपने संबोधन में रोजगार सृजन पर तीन मुल मंत्र की सीख दी। अवसर का इंतजार करना, अवसर का तलाश करना, अवसर का स्वयं सृजन करना। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान दौर प्रतियोगिताओं का है और तकनीक का विस्तार हुआ है। ऐसे में पढ़ने, सीखने और माहौल से खुद को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। किसी काम को करने के लिए नींव को मजबूत करना जरूरी है। नींव को मजबूत करने के लिए मेहनत अति आवश्यक है। उक्त बातें उपायुक्त ने चतुर्थ जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर डीआरडीए प्रशिक्षण भवन चतरा में आयोजित जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला 2025 के तहत आयोजित कार्यक्रम में युवक-युवतियों को मार्गदर्शन देते हुए कही। मेला का आयोजन ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार के स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी की ओर से बेरोजगार युवाओं को बेहतर भविष्य प्रदान करने हेतु दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत किया गया था। जिला परिषद अध्यक्ष ममता कुमारी द्वारा यह बताया गया कि इस तरह का कार्यक्रम चतरा वासियों के लिए रोजगार को लेकर सुनहरा अवसर प्रदान करता है एंव युवकों के लिए बेहतर भविष्य का आरंभ करता हैं। जिला परिषद उपाध्यक्ष ब्रिज किशोर तिवारी ने चतरा रोजगार मेला के बारे यह ऐहसास दिलाया कि रोजगार से एक परिवार, गांव के साथ ही जिला तथा राज्य का विकास होता है। जिससे एक बेहतर एवं विकसीत देश का निर्माण होता है। इस दौरान जेएसएलपीएस के डीपीएम गौरव कुमार जयसवाल ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के माध्यम से प्रशिक्षण दिलवाकर सभी को रोजगार से जोड़कर आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चतरा में इस रोजगार मेला में 30 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं। इसमें युवक-युवती अपनी रुचि एवं योग्यता के आधार पर कंपनी से संवाद स्थापित कर इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएं। आगे बताया कि जिला स्तरीय रोजगार सृजन मेला में 1239 युवक व युवतियों को किया गया पंजीकृत, 729 को शॉर्टलिस्ट किया गया एवं 221 युवक, युवतियों को ऑफर लेटर दिया गया। उक्त कार्यक्रम में जेएसएलपीएस के जिला प्रबंधक नागेश्वर कुमार, पप्पू कुमार, बिमलेश विश्वकर्मा, अमोद कुमार, फरहान, साद समेत सभी संबंधित कर्मी पदाधिकारी उपस्थित थे।